Delhi crime : संदीप कुमार को अपने मेडिकल स्टोर से अच्छीखासी कमाई हो रही थी. लेकिन जल्दी मोटा पैसा कमाने के चक्कर में वह क्रिकेट के आईपीएल मैचों पर सट्टा लगाने लगा. जिस में नुकसान होने से उस पर लाखों रुपए का कर्ज हो गया. उस कर्ज से छुटकारा पाने के लिए उस ने अपराध का रास्ता अपनाया. जिस की वजह से वह दोस्तों के साथ पहुंच गया जेल. जतिन उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी के माउंट एवरेस्ट स्कूल में पांचवीं में पढ़ता था. 21 सितंबर, 2013 को दोपहर बाद वह बुराड़ी में ही रहने वाले अपने एक दोस्त से कौपी लेने के लिए घर से 

निकलने लगा तो अपनी मां राज ढींगरा से बोला, ‘‘मम्मी कौपी ले कर मैं अभी थोड़ी देर में रहा हूं.’’ थोड़ी देर में आने के लिए कह कर गया जतिन जब काफी देर तक नहीं लौटा तो घरवाले परेशान होेने लगे. उन्हें यह भी पता नहीं था कि जतिन जिस दोस्त के यहां जाने को कह कर गया है, वह बुराड़ी के किस ब्लौक या गली में रहता है?

घर वालों की समझ में नहीं रहा था कि आखिर जतिन को ढूंढा कहां जाए. उन्होंने मौहल्ले में तलाशने के साथसाथ उस के दोस्तों से भी पता किया, लेकिन जतिन के बारे में कुछ पता नहीं चला. कई घंटे बीत जाने के बाद भी जतिन के बारे में कुछ पता नहीं चला तो उस के पिता किशनलाल ढींगरा ने थाना बुराड़ी की राह पकड़ी. थाना बुराड़ी के थानाप्रभारी शेरसिंह को किशनलाल ने बेटे के गायब होने की पूरी बात बताई तो उन्होंने 13 साल के जतिन ढींगरा की गुमशुदगी दर्ज करा कर उस के हुलिया की जानकारी दिल्ली के सभी थानों को वायरलैस द्वारा प्रसारित करा दी.

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