Hindi Story : तवायफ की आजादी
शब्बो अपनी मरजी से तवायफ नहीं बनी थी. उसे इस की ट्रेनिंग उस के अपने घर वालों ने ही दी थी. 16 साल की उम्र में उस के मामूजान ने उसे एक मर्द के साथ कमरे में धकेला था. इस के बाद तो उस के पास मुल्लामौलवी, साधुपुजारी, नेता, माफिया, अधिकारी आदि आते रहे.
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