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गरिमा तरपड़े के रिकमंडेशन पर तेलगी को स्टैंप पेपर वेंडर का लाइसैंस मिल जाता है. गरिमा तलपड़े का रोल भावना बलसावर ने निभाया है. इस के बाद तेलगी का नंबर 2 का यह धंधा तेजी से चल पड़ता है. लेकिन बाद में गरिमा तलपड़े से विवाद हो जाता है तो वह उस की पार्टी को देने वाला फंड रोक देता है.

कस्टम अधिकारी उसे समझाता भी है कि ऐसा करने से उस का नुकसान हो सकता है, पर वह नहीं मानता, जिस का खामियाजा उसे जेल जा कर भुगतना पड़ता है. कस्टम अधिकारी का रोल निखिल रत्नापारखी ने किया है. गरिमा तलपड़े नकली स्टैंप पेपर का मामला विधानसभा में उठाती है, जिस की वजह से जांच बैठा दी जाती है. परिणामस्वरूप तेलगी को जेल तो जाना ही पड़ता है, उस का स्टैंप पेपर का लाइसैंस भी कैंसिल हो जाता है.

जेल में उस की मुलाकात अब्दुल से होती है, जहां वह एक नया बिजनैस प्लान करता है, क्योंकि जेल जाने के बाद उस का धंधा बंद हो गया था. इस बीच तेलगी ने अपने लिए मकान और गाड़ी खरीद ली थी.

चौथे एपीसोड में शौकतभाई तेलगी की जमानत करा देता है, पर उसे नफीसा और दीया से दूर रहने को कहता है. पर तेलगी दोनों को अपने घर ले आता है. इस के बाद वह नासिक जा कर अब्दुल से मिलता है, जहां दोनों नए बिजनैस के बारे में विचार करते हैं.

नासिक में जिस इंडियन सिक्योरिटी प्रैस में स्टैंप पेपर छपते हैं, वहां की पुरानी मशीनें खोल कर अन्य कंपनियों को बेचनी थीं. तेलगी वहां के मैनेजर को पटा कर अपना बिजनैस शुरू करना चाहता था, पर वह बहुत ही सख्त और ईमानदार था.

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