रामकली ने अपनी चाल से पति का गुस्सा तो ठंडा कर दिया, लेकिन उस के मन में डर बैठ गया. उस ने जीजा प्रेमप्रकाश को सारी जानकारी दे कर पति की गैरमौजूदगी में आने से मना कर दिया. इधर रामप्रकाश ने साढ़ू प्रेमप्रकाश को भी आड़ेहाथों लिया और पत्नी से नाजायज रिश्ता बनाने को धिक्कारा.
लगभग 6 महीने तक दोनों में तनातनी के साथ बोलचाल बंद रही, इस के बाद प्रेमप्रकाश द्वारा गलती के लिए क्षमा मांगने और भविष्य में फिर गलती न करने की शर्त पर रामप्रकाश ने उसे माफ कर दिया. रामप्रकाश ने यह भी शर्त रखी कि वह जब भी घर आएगा, उस की मौजूदगी में ही आएगा.
अब प्रेमप्रकाश जब भी साली के घर आता, उस के पति रामप्रकाश की मौजूदगी में ही आता. प्रेमप्रकाश के आने पर रामकली उस से दूरियां बनाए रखती ताकि पति को उस पर शक न हो.
रामप्रकाश और प्रेमप्रकाश की महफिल जमती. नशे में नोकझोंक भी होती. उस के बाद प्रेमप्रकाश अपने घर चला जाता. प्रेमप्रकाश के जाने के बाद रामप्रकाश नशे में रामकली को खूब गालियां बकता और इलजाम लगाता कि नशे के बहाने वह उसी से मिलने आता है.
3 जून, 2019 की सुबह 8 बजे प्रेमप्रकाश अपने बेटों रवि और पंकज के साथ अपनी मीट की दुकान पर पहुंचा और दुकान खोल कर बिक्री करने लगा. लगभग 10 बजे किसी बात को ले कर उस का पड़ोसी दुकानदार संजू से झगड़ा हो गया.
मूड खराब होने पर उस ने दुकान चलाने की जिम्मेदारी दोनों बेटों पर छोड़ी और मोटरसाइकिल ले कर कहीं चला गया. रास्ते में उस ने साढ़ू रामप्रकाश से फोन पर बात की तो वह घर पर ही था.