प्रेमी से दूर होने लगी नित्या
इधर कुछ दिनों से विशाल को यह लग रहा था कि उस की प्रेमिका नित्या उस से काफी दूरी रखने लगी है, मिलनाजुलना भी एकदम बंद सा कर दिया था. विशाल जब कभी उसे फोन करता तो पहले तो वह फोन उठाती ही नहीं थी. 8-10 बार काल करने के बाद फोन उठाती भी थी तो” ;बहुत बिजी हूं, बाद में बात करूंगी”, कह कर तुरंत फोन काट देती थी.
तभी विशाल को यह मालूम हुआ कि नित्या की शादी किसी इंजीनियर से तय हो गई है और इसी साल मई माह में शादी होगी. यह बात पता चलने पर विशाल को बहुत दुख हुआ और उस का गुस्सा सातवें आसमान चढ़ गया था इसीलिए विशाल ने अब नित्या से अंतिम फैसला करने का निर्णय ले लिया था, इसीलिए 10 मार्च, 2023 को जैसे ही नित्या अपना पीरियड छोड़ कर आई तो विशाल उसे मिल मिल गया.
“नित्या, तुम से एक बात करनी है,” विशाल ने कहा.
“देखो, अभी मेरा पीरियड भी है और मुझे जल्दी घर भी जाना है.” नित्या ने उसे टालने के इरादे से कहा.
“नित्या, तुम से मेरी दोस्ती और प्यार एक लंबे समय से रहा है, आज मैं तुम से कुछ बात करना चाहता हूं. शायद यह मैं तुम से आखिरी बार कह रहा हूं, उस के बाद हमारे रास्ते अलग होने ही वाले हैं. इतनी सी बात है. चलो कहीं बैठ कर कुछ बातें करते हैं.” विशाल ने कहा.
नित्या ने सोचा कि आखिरी बार मिलने को कह रहा है तो मिल कर बात कर इस से हमेशा के लिए पल्ला भी छुड़ा लूंगी. इस को सच्चाई भी समझा दूंगी, यह सोचते हुए वह विशाल की बाइक पर बैठ गई थी.
विशाल अपनी प्रेमिका नित्या को ले कर जमसर गांव के पास स्थित रायल स्टार ढाबा एवं फैमिली रेस्टोरेंट पहुंचा, जहां पर वे दोनों पहले भी अकसर आया करते थे. विशाल ने चाय और साथ में खाने के लिए स्नैक्स का आर्डर दे दिया और नित्या के साथ रेस्टोरेंट के अंदर स्थित एक केबिन में बैठ गया.
“हां विशाल, बताओ मुझे मिलने के लिए क्यों बुलाया?”नित्या ने पूछा.
“आजकल तुम ने मिलना तो दूर, अब बात करनी तक छोड़ ही है. मुझ से कोई गलती हुई है क्या?” विशाल ने कहा.
‘नहीं, ऐसी बात नहीं है” नित्या ने कहा.
“साफसाफ क्यों नहीं कहती कि मई में तुम्हारी शादी एक इंजीनियर से होने जा रही है” विशाल ने कहा.
“तो क्या हुआ, ये सच बात तो है. इस में नई कौन सी बात है?” नित्या ने कहा.
“तो मेरे साथ अब तक पिछले डेढ़ साल से तुम ये सब कुछ कर रही थी, वह क्या था?” विशाल ने जोर से कहा.
“देखो विशाल, यही तो जिंदगी है. जिंदगी में परिवर्तन होना निश्चित है. मेरी शादी कहीं हो रही है, तुम्हारी भी शादी किसी लड़की से हो जाएगी, लेकिन हमारी दोस्ती बरकरार रहेगी, प्रेम संबंध अब खत्म, यही रीति भी है.” नित्या ने कहा.
नित्या, मैं ने तुम से अपने दिल की गहराइयों से प्यार किया है. तुम ने भी जिंदगी भर मेरा साथ निभाने का वादा किया था. तुम्हें आज अंतिम फैसला लेना होगा, नहीं तो हम दोनों के लिए अच्छा नहीं रहेगा.” यह कहते हुए विशाल अपनी कुरसी से खड़ा हो गया और उस ने अपनी कमर से तमंचा निकाल कर नित्या की ओर तान दिया.
विशाल ने नित्या पर चलाई गोली
अब नित्या सीधे आ कर विशाल को पकड़ कर उस से तमंचा छीनने का प्रयास करने लगी. दोनों के बीच हाथापाई होने लगी. तभी विशाल ने नित्या के सिर को निशाना बनाते हुए तमंचे से फायर झोंक दिया. वहां पर फायर की आवाज सुनते ही कर्मचारी आ गए.
विशाल ने सोचा कि नित्या शायद मर गई है, इसलिए वह वहां से सीधे दौड़ता हुआ बाथरूम में घुस गया और बाथरूम का दरवाजा भीतर से बंद कर उस ने अपनी कनपटी पर गोली मार कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली.
रेस्टोरेंट के कर्मचारियों ने बताया कि उन्होंने विशाल को पकड़ने का भरसक प्रयास भी किया था, लेकिन वे जब तक विशाल को पकड़ पाते, वह भाग कर बाथरूम में घुस गया था और दरवाजा भीतर से बंद कर लिया था.
कर्मचारियों ने यह भी बताया कि खुद के विरोध करने पर ही नित्या की जान बच पाई विशाल ने जब नित्या को मारने के लिए तमंचा निकाला था तो वह उस के बाद अपने प्रेमी विशाल से भिड़ गई थी. हाथापाई के दौरान विशाल ने उस के सिर का निशाना बनाते हुए फायर झोंक दिया था, जिस पर गोली उस के सिर को छूते हुए निकल गई और उस की जान बच गई.
आज अपने स्वार्थ में लोग इतने अधिक अंधे हो गए कि उन्हें अपने ऊपर चिंतनमनन करने के लिए तनिक भी समय नहीं है. आज के युवा स्त्री की गरिमा और पुरुष की महिमा को देहसुख के लिए मलीन कर रहे हैं.
—कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित, कथा में नित्या परिवर्तित नाम है.