Family Crime Stories : पुट्टा गुरुमूर्ति ने पत्नी वेंकट माधवी की हत्या करने के बाद लाश के टुकड़े कर उन्हें न सिर्फ उबाला, बल्कि उस की हड्डियों को मिक्सी में पीस कर ठिकाने लगा दिया. आखिर ऐसी क्या वजह रही, जो गुरुमूर्ति इतना क्रूर बन गया...

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के मीरपेट थाने के जिल्लेलागुड़ा की न्यू वेंकटेश्वर कालोनी में किराए पर कमरा ले कर रहने वाले पुट्टा गुरुमूर्ति (39) और वेंकट माधवी (35) की शादी को 13 साल बीत चुके थे. दोनों इतना लंबा समय खट्टेमीठे अनुभवों के साथ गुजारते आए थे. गुरुमूर्ति की जब 2013 में शादी हुई थी, तब वह सेना में नायब सूबेदार था और ठीकठाक कमाता था, इसलिए माधवी गुरुमूर्ति से विवाह कर के खुश थी. लेकिन गुरुमूर्ति में कमी यह थी कि वह माधवी को अपने साथ नौकरी वाले शहर में नहीं ले जाता था. जबकि माधवी को शुरुआत में सासससुर के साथ रहना कतई अच्छा नहीं लगता था. वह पति के साथ उस के नौकरी वाले शहर में रहना चाहती थी, लेकिन गुरुमूर्ति इस के लिए तैयार नहीं था.

ऐसी स्थिति में पति के दबाव के चलते माधवी अपने सासससुर के साथ आंध्र प्रदेश के प्रकाशम में रह कर घरपरिवार को संभालने में जुट गई थी. सासससुर को कैसे खुश रखा जाए, गृहस्थी की जरूरतें कैसे पूरी हों, परिवार के अन्य सदस्यों के साथसाथ सामाजिक मानमर्यादा का खयाल किस तरह से रखा जाए? इस बात का खयाल माधवी खासतौर से रखती थी. एक तरह से उस ने अपना एक संतुलित परिवार बना लिया था. वह एक बेटा और बेटी की मां बन गई, उस के दोनों ही बच्चे एक अच्छे प्राइवेट स्कूल में पढऩे जाते थे.

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