मामला लीगल है

रवि किशन का 'मामला लीगल है’ एक मार्च को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई कौमेडी ड्रामा है. यह वी.डी. त्यागी पर फोकस है, जो पटपडग़ंज बार एसोसिएशन का अध्यक्ष है और भारत का अटार्नी जनरल बनना चाहता है. इस में वकीलों की खट्टीमीठी दलीलों की मजेदार कहानी का तानाबना बुना गया है.

निर्देशक राहुल पांडे ने कुणाल अनेजा, सौरभ खन्ना की कथा पटकथा का बेहरीन फिल्मांकन किया है, जो हंसहंस कर लोटपोट होने पर मजबूर कर देगा. कुल 8 एपिसोड वाली इस सीरीज में अजीब मुकदमों की गजब कहानी को दिखाया गया है.

कहानी काफी रोचक है. दिल्ली के पटपडग़ंज इलाके के जिला न्यायालय के कुछ अतरंगी मुकदमों से इस सीरीज की शुरुआत होती है. वकील वी.डी. त्यागी के रूप में रवि किशन कानूनी प्रणाली में अपने गणित के दांवपेंच से खामियां तलाशता है.

अदालत में एक तोते द्वारा महिला को गाली देने के मामले की सुनवाई चलती है और उस दौरान वकीलों की दलीलें कुछ ऐसी होती हैं, जो आप को ठहाके मारने पर मजबूर कर देंगी. कौमिक टाइमिंग के जरिए इस पूरी सीरीज में रवि कहानी के केंद्र में बना हुआ है. दूसरी ओर अभिनेत्री नाइला ग्रेवाल महिला एडवोकेट अनन्या श्रौफ की मजेदार भूमिका में है.

अनन्या वेब सीरीज में तीसरी पीढ़ी की वकील है, जो हार्वर्ड से कानून की पढ़ाई कर के आई है. वह दिल्ली के जिला न्यायालय के सिस्टम को सुचारू रूप से चलाने की कोशिश करती है. इस के अलावा निधि बिष्ट, यशपाल शर्मा और 12वीं फेल के प्रीतम प्यारे यानी अनंत जोशी अपनेअपने रोल में फिट बैठे हैं.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 12 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...