love stories in hindi short : छतरपुर के 48 वर्षीय तेजतर्रार एसएचओ अरविंद कुजूर ने 21 वर्षीय कमसिन आशी राजा से दिल तो लगा लिया था, लेकिन उन्होंने न अपनी अधेड़ावस्था का खयाल रखा और न ही अपने पुलिसिया रुतबे का. प्रेमिका आशी राजा पर महंगे तोहफे लुटातेलुटाते वह उस की ब्लैकमेल की गिरफ्त में ऐसे आ फंसे कि चाह कर भी निकल नहीं पा रहे थे. उस के सामने उन के पुलिसिया रौब की भी हवा निकल गई. फिर इस के बाद जो हुआ, उस की किसी ने कल्पना तक नहीं की थी. 

मध्य प्रदेश के शहर छतरपुर की कोतवाली के एसएचओ (टीआई) अरविंद कुजूर 5 मार्च, 2025 को सुबह के 10 बजे अपने सरकारी क्वार्टर में थे. दिनचर्या से निपटे ही थे कि उन के केयर टेकर प्रदीप अहिरवार ने किसी के आने सूचना दी. आने वाले का नाम सुन कर कुजूर की भौंहें तन गईं. वह बुदबुदाए, ‘सुबहसुबह क्यों चली आई!’

‘‘साहब, साथ में एक लडक़ा भी है.’’

‘‘लडक़ा? उसे पहचानते हो!’’ कुजूर ने पूछा.

‘‘नहीं साहब, उसे पहली बार देखा है. आप ने ही कहा था उस मैडम के बारे में... मैं ने उन्हें बाहर बरामदे में सोफे पर बैठा दिया है.’’

‘‘तुम ने उस से क्या बोला?’’

‘‘साहब, वाशरूम में हैं!’’ प्रदीप बोला.

‘‘उन्हें बाहर ही चाय पिला दो. जब मैं कहूं तभी अंदर हाल में बुलाना.’’ कुजूर ने प्रदीप को समझाया.

‘‘जी साहब!’’ कहता हुआ प्रदीप पहले 2 गिलास पानी ले कर बाहर गया, फिर रसोई में आ कर चाय बनाने लगा. जबकि कुजूर अपने बैडरूम चले गए.

करीब आधे घंटे के बाद कुजूर ने प्रदीप को आवाज लगाई, जो उस वक्त रसोई में सुबह का नाश्ता बना रहा था. बाहर बरामदे में आगंतुक युवती और युवक बैठे आपस में बातें कर रहे थे. तभी युवती ने भी प्रदीप को आवाज लगाई, ‘‘साहब रेडी हो गए हों तो उन्हें बता दो, आशी कब से उन का इंतजार कर रही है.’’

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