कुछ लोग विदेश जाने के लिए इतने लालायित रहते हैं कि इस के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं. विदेश जाने के लिए उन्हें कबूतरबाजी का सहारा लेना पड़े या एजेंट के सुझाए गलत रास्तों का, तो भी उन्हें कोई चिंता या डर नहीं रहता.
उन का मकसद सिर्फ एक ही होता है कि किसी भी तरह विदेश पहुंच जाएं और वहां जा कर खूब पैसा कमाएं. अभी हाल में ही 32 साल के एक युवक ने अमेरिका जाने के लिए जो तरीका निकाला, उसे जान कर आप भी चौंके बिना नहीं रहेंगे.
बात 15 सितंबर, 2019 की है. रात करीब 8 बजे दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल नंबर 3 पर एक बुजुर्ग व्यक्ति व्हीलचेयर पर पहुंचा. उसे रात पौने 11 बजे न्यूयार्क जाने वाली फ्लाइट में सवार हो कर अमेरिका जाना था. चैकिंग के दौरान सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) के इंसपेक्टर ने उसे मेटल डिटेक्टर डोर क्रास करने को कहा तो उस ने कहा कि चलना तो दूर वह सीधा खड़ा तक नहीं हो सकता.
जांच करने वाला इंसपेक्टर अनुभवी था. उस ने जब उस बुजुर्ग से बात की तो वह भारी आवाज में बात करने की कोशिश करता नजर आया. ऐसा लग रहा था जैसे उस की आवाज बनावटी हो. इस के अलावा वह नजरें मिलाने के बजाए उन से नजरें चुरा रहा था.
इंसपेक्टर इस बात पर हैरान हुआ कि आखिर यह ऐसा क्यों कर रहा है. उस ने बुजुर्ग का पासपोर्ट चैक किया तो उस में उस का नाम अमरीक सिंह और जन्मतिथि 1 फरवरी, 1938 दर्ज थी. यानी जन्मतिथि के हिसाब से वह 81 साल का था.