पूर्वमंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की पुलिस सुरक्षा में हत्या करने के बाद लारेंस बिश्नोई गैंग ने जता दिया है कि अपने शिकार को वह हर हाल में निशाना बनाने में सक्षम है. अब सवाल यही उठ रहा है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या क्यों की गई? क्या इस की वजह फिल्म अभिनेता सलमान खान से करीबी संबंध रहे या दाऊद इब्राहिम से नजदीकियां या फिर कुछ और?
मोहम्मद जीशान अख्तर 7 जून को पटियाला जेल से छूट गया था. वह एक शूटर था और गुजरात जेल में बंद माफिया लारेंस बिश्नोई के गिरोह का वफादार सदस्य था. आधी रात को सोते वक्त अचानक उस की नींद बगल में रखे मोबाइल के कंपन से खुल गई. स्क्रीन की रोशनी में पीले रंग के लोगो को देख कर वह चौंक गया. उसे समझते देर नहीं लगी. उस ने तुरंत लोगो को टच किया और उस के साथ भेजे गए मैसेज को एक सांस में पढ़ डाला.
दरअसल, वह लोगो स्नैपचैट के मैसेज का था. उसे अख्तर ने ध्यान से 3-4 बार पढ़ा. उस के साथ कुछ तसवीरें और वीडियो भी थीं, जो लारेंस की तरफ से भेजे गए थे. भेजने वाला उस का भाई भानु था. भानु का दूसरा नाम अनमोल बिश्नोई है. उसे अनमोल द्वारा एक जरूरी काम सौंपा गया था. हिदायत दी गई थी कि उस काम को काफी सतर्कता के साथ करना है. और उस में कुछ और लोगों को शामिल करने की जरूरत है. मैसेज के मुताबिक अख्तर को पूरी तरह योजना बना कर सतर्कता से काम निपटाना था. बदले में मोटी रकम का आश्वासन मिला था.