Mainpuri News : चांदनी की गलती यह थी कि उस ने अपने घर वालों की मरजी के खिलाफ दूसरी जाति के युवक से प्रेम विवाह कर लिया था. इस गलती की उसे इतनी खतरनाक सजा मिलेगी, ऐसा चांदनी ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था...
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जनपद के थाना किशनी अंतर्गत एक बड़ी आबादी वाला गांव है फिरंजी. इस गांव के कश्यप नगर मोहल्ले में उदयवीर कश्यप अपने परिवार के साथ रहता था. उस के परिवार में पत्नी सुखरानी के अलावा 5 बेटे सुधीर, सुनील, समीर, सुशील, सुमित तथा बेटी चांदनी थी. उदयवीर किसान था. खेती से ही वह अपने परिवार का भरणपोषण करता था. उस के 2 बेटे सुधीर व सुनील तो उस के साथ खेती के काम में हाथ बंटाते थे. जबकि 3 बेटे शहर में रह कर प्राइवेट नौकरी करते थे. उदयवीर गांव का दबंग व्यक्ति था. उदयवीर की बेटी चांदनी 5 भाइयों के बीच इकलौती थी, सो वह सब की दुलारी थी. इसी लाड़प्यार की वजह से वह ज्यादा पढ़लिख नहीं सकी थी और मां के घरेलू कामों में हाथ बंटाने लगी थी.
चांदनी अपने घर में सब से अधिक सुंदर थी. उस की उम्र तो 16 वर्ष की थी. लेकिन शारीरिक रूप से वह 18 वर्ष से कम की नहीं लगती थी. मोहल्ले के कई युवक उस पर नजर रखते थे, किंतु वह किसी को अपने पास फटकने नहीं देती थी. चांदनी की बुआ कमला देश की राजधानी दिल्ली शहर के त्रिलोकपुरी क्षेत्र में रहती थी. एक बार कमला गांव फिरंजी आई तो उस ने चांदनी को अपने साथ दिल्ली ले जाने की इच्छा प्रकट की. बुआ के साथ भतीजी को भेजने में सुखरानी को कोई ऐतराज न था, इसलिए उस ने इजाजत दे दी. चांदनी ने भी दिल्ली की चकाचौंध के बारे में सुन रखा था, सो वह खुद भी दिल्ली जाने को लालायित थी.