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प्रकाश से हो गया प्यार

इसी दौरान एक दिन मनीषा की पहचान छोटी हरदा में रहने वाले 26 साल के प्रकाश जाट से हुई तो वह रोज उस की दुकान पर आने लगा. 28 साल की गठीले बदन व तीखे नाकनक्श वाली मनीषा 2 बच्चों की मां होने के बाद भी कम उम्र की दिखती थी. तभी तो प्रकाश उसे चाहने लगा था.

एक दिन मौका देख कर प्रकाश ने अपने मन की बात मनीषा से कह दी, “भाभी, तुम कौन सी चक्की का आटा खाती हो, तुम्हारी खूबसूरती देख कर मन में लालच आ ही जाता है.”

“किस बात का लालच तुम्हारे मन में आ रहा है प्रकाश?” अपने हुस्न की तारीफ सुन कर इठलाते हुए मनीषा बोली.

“यही भाभी कि तुम्हारे जैसी लडक़ी मेरे सपनों की रानी होती और मैं उस के साथ…” प्रकाश दिल खोल कर बोला.

“उस के साथ क्या करते…” मनीषा भी शरमाते हुए बोली.

“भाभी, दिल करता है तुम्हें बाहों में भर कर चूम लूं.” बिना लागलपेट के प्रकाश ने मनीषा से कहा.

“कभी तुम्हारी ये हसरत भी पूरी कर दूंगी.” मनीषा ने अपनी तरफ से इजहार करते हुए कहा.

उस के बाद दुकान पर कोई ग्राहक आ गया तो प्रकाश वहां से चला गया, लेकिन इस के बाद तो प्रकाश रातदिन मनीषा के सपनों में ही खोया रहता. बातचीत से शुरू हुआ प्यार का सिलसिला धीरेधीरे अंतरंग मुलाकात में बदल गया. राजेश के घर पर नहीं रहने पर प्रकाश का मनीषा के घर पर भी आनाजाना शुरू हो गया और उन के बीच अवैध संबंध भी बन गए.

पत्नी के किसी गैरमर्द से चल रहे प्रेम प्रसंग की जानकारी राजेश राजपूत को भी हो गई. इस बात को ले कर दोनों के बीच विवाद होने लगा. प्रकाश के प्यार में अंधी हो कर मनीषा अपने पति राजेश और दोनों बच्चों तक को छोडऩे के लिए तैयार हो गई. राजेश अपने बच्चों के भविष्य को ले कर चिंतित रहने लगा. उस ने परिवार को टूटने से बचाने के लिए प्रकाश और मनीषा को समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे समझने को तैयार ही नहीं थे.

मनीषा राजेश से तलाक मांगने लगी, लेकिन राजेश बच्चों की खातिर उसे तलाक नहीं देना चाहता था. तलाक नहीं देने से नाराज प्रकाश और मनीषा ने राजेश की हत्या करने का प्लान बनाया. इस के लिए उन्होंने अपने 3 दोस्तों को इस में शामिल किया और 50 हजार रुपए में राजेश की हत्या की सुपारी दे दी.

अक्तूबर, 2018 में उन दिनों शारदीय नवरात्रि पर्व की धूम हरदा में मची हुई थी. 12 अक्तूबर, 2018 को हरदा में गरबा का कार्यक्रम था. उसी दिन शाम को मनीषा ने अपनी देवरानी आरती को फोन कर के कहा, “आरती, आज बच्चों को ले कर गरबा देखने चलना है, तुम यहीं आ जाना, हम लोगों को राजेश कार से छोड़ देंगे.”

“हां दीदी, मैं 7 बजे तक आप के घर बच्चों को ले कर पहुंच जाऊंगी.” आरती बोली.

उसी दिन शाम 7 बजे राजेश का भाई सुरेंद्र अपनी पत्नी और बच्चों को बाइक से राजेश के घर छोड़ कर खुद गरबा कार्यक्रम में चला गया. कुछ समय बाद राजेश मनीषा, आरती और बच्चों को गरबा कार्यक्रम में छोड़ कर घर लौट आया.

रात के लगभग 9 बजे मनीषा ने सुरेंद्र को बताया, “सुरेंद्र भैया मुझे घर छोड़ दीजिए, भैया का फोन आया है उन्हें घर पर अच्छा नहीं लग रहा.”

सुरेंद्र ने उसी समय अपने दोस्त सुरेंद्र चौहान के साथ भाभी मनीषा को उस के घर भेज दिया.

प्रेमी के साथ बनाई योजना

घर जा कर मनीषा प्रकाश को फोन कर के राजेश का काम तमाम करने की योजना में लग गई. इसी बीच रात के 11 बजे राजेश की बेटी प्रियांशी भी अपने चाचा के साथ गरबा कार्यक्रम से वापस घर आ गई तो मनीषा उसे ऊपर के कमरे में ले गई.

रात के करीब 12 बजे प्रकाश जाट अपने 3 दोस्तों के साथ राजेश के घर पहुंचा. यहां मनीषा ने प्लानिंग के अनुसार पहले से ही दरवाजा खुला रखा था. मनीषा अपने 6 साल के बेटे और 10 साल की बेटी को लेकर ऊपर के कमरे में चली गई थी. उस समय राजेश अपने डेली कलेक्शन का हिसाब बनाने में लगा हुआ था. प्रकाश जाट और उस के साथियों ने भीतर घुसते ही कमरे में बैठे राजेश पर हमला कर दिया. अपने साथ दरांती ले कर आए बदमाशों ने राजेश का गला रेत दिया. कुछ ही देर में तड़पतड़प कर राजेश ने दम तोड़ दिया.

राजेश का घर एकांत में होने और आधी रात होने से लोगों को मर्डर की भनक नहीं लग पाई. दोनों बच्चों ने मारपीट की आवाज सुन कर अपनी मां मनीषा को नीचे चलने को कहा. नीचे 10 साल की बेटी ने प्रकाश को घर से निकलते समय पहचान लिया.

रात करीब एक बजे मनीषा ने देवर नरेंद्र और सुरेंद्र को काल कर रोतेबिलखते हुए बताया, “भैया, जल्दी से घर आ जाओ. 4 नकाबपोश बदमाश राजेश की हत्या कर भाग गए हैं.”

राजेश के दोनों भाई नरेंद्र और सुरेंद्र यह खबर सुनते ही अपने परिवार सहित राजेश के घर पहुंचे. राजेश लहूलुहान औंधे मुंह पड़ा हुआ था. राजेश की हालत देख कर उस के पिता रामरज गश खा कर गिर पड़े. सुरेंद्र उन्हें ले कर अस्पताल चला गया. इस के बाद नरेंद्र ने घटना की सूचना पुलिस को दी.

हरदा पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंच कर जांचपड़ताल की. पुलिस ने जब मामले की पड़ताल की तो पता चला कि मनीषा और प्रकाश के अवैध संबंध की वजह से राजेश की हत्या की गई है. 9 साल की नाबालिग बेटी प्रियांशी ने प्रकाश अंकल द्वारा पिता को पीटने की बात बताई थी. इस के बाद पुलिस ने मोबाइल रिकौर्डिंग और काल डिटेल्स निकाली, जिस में पूरी कहानी समझ आ गई.

पुलिस को मिला एक खास औडियो

पुलिस की जांचपड़ताल में यह बात सामने आई कि पिछले कुछ सालों से मनीषा और प्रकाश के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था. पुलिस को 8 मिनट 57 सेकंड का एक औडियो राजेश के मोबाइल फोन में मिला, जिस में राजेश ने प्रकाश को फोन कर के समझाया था. राजेश ने एक दिन प्रकाश को फोन कर के कहा, “राजेश बोल रहा हूं भाई साहब.”

“हां बोलो…” बेरुखी से जबाब देते हुए प्रकाश बोला.

“संडे के रोज आप ने मेरी मिसेज को काल किया था?”

“हां तो… मेरी मनु ( मनीषा) से बात होती है.”

“बात होती रहती है तो आखिर क्या चाहते हो आप, मेरा घर बरबाद क्यों कर रहे हो?”

“हां तो आप को सब बता दिया होगा मनु ने, मेरे पास आप के और उस लडक़ी के वीडियो हैं.” प्रकाश बोला.

“अच्छा तो मेरे वीडियो हैं तो क्या वायरल करना है उन को.”

“मैं वायरल क्यों करूंगा, करना होता तो कब का कर देता. मेरा कोई ऐसा शौक नहीं है, मैं नहीं कर सकता, मेरे पास बहुत पहले से हैं.”

“करो वायरल, मुझे भी पता चले कि मेरा सही में वीडियो है या तुम ब्लैकमल कर रहे हो.” राजेश ने कुरेदते हुए कहा.

“जिस दिन मजबूर हो जाऊंगा, उस दिन वायरल भी कर दूंगा, अभी मैं मजबूर नहीं हूं. मेरी बात मान लो और मनु मुझे दे दो.” प्रकाश ने दोटूक राजेश से कहा.

“तुम को मनु दे दूं तो मेरे बच्चों का क्या होगा, उन्हें किस के भरोसे छोड़ दूं?”

“आप ने किसी दूसरी लडक़ी से रिलेशन बनाने के पहले नहीं सोचा कि 2 बच्चे हैं, पहले सोच लेते तो ये दिन नहीं आते.”

“किस बात का सोचता, किस ने कहा मेरे किसी से रिलेशन हैं. तुम मुझे बेमतलब बदनाम करने पर तुले हुए हो.”

“तुम 5 साल से रिलेशन में हो, मनु से दूरदूर रहना. सारी रिकौर्डिंग है मेरे पास, मनु के सामने आप ने एक्सेप्ट किया था.”

“मैं ने किसी के सामने कुछ एक्सेप्ट नहीं किया, हम सब राजी और मरजी से रह रहे हैं. मेरा किसी से कोई रिलेशन नहीं है, फालतू बात मत करो, मनु को क्यों दे दूं तुम को, अपनी मिसेज को क्यों दे दूं, तुम को मेरे परिवार से क्या लेनादेना है.” गुस्से में तमतमाते हुए राजेश बोला.

“मनु कह देगी तो मान लूंगा, मेरा कोई लेनादेना नहीं है. मेरे चक्कर में तुम उसे मारते हो, मुझे नहीं पता है क्या, कबकब मारा, सब पता है मुझे. इतना लिख कर ले लेना, वो मेरे बिना जी नहीं पाएगी.” प्रकाश बोला.

“अपने परिवार में मैं क्या कर रहा हूं, तुम को आखिर लेनादेना क्या है.”

“मनु नहीं जी पाएगी, यदि उसे कुछ हो गया तो आप भी इस दुनिया में नहीं रहोगे. तू जो मेरी सुपारी दे रहा है न भाई, मुझे सब पता है, तू मुझे मरवाएगा.” प्रकाश ने इल्जाम लगाते हुए कहा.

“तू जबरन मनगढ़ंत बातें बना रहा है, मैं किसे तेरी सुपारी दे रहा हूं, जबरदस्ती की बात कर रहा है. मुझे तो आज मनीषा ने कहा प्रकाश मेरे पीछे लगा हुआ है, मेरे चक्कर काट रहा है, मैं क्या करूं.”

“अच्छा बात करवाओ उस से, करो स्पीकर चालू. मनु ऐसा बोल दे तो मैं कभी मुंह नहीं दिखाऊंगा. उस से पूछ लो, मुझ से प्यार नहीं करती है तो मैं बिलकुल अब नहीं आऊंगा.” प्रकाश ने विश्वास भरे शब्दों में कहा.

“फालतू बात मत कर, ले तू मेरी मिसेज से बात कर.” फोन मनीषा को देते हुए राजेश ने कहा.

“ये क्या बोल रहा है, मैं तेरा पीछा करता हूं? क्या करना है मुझे बता दो, आ रही है मेरे साथ?” प्रकाश ने मनीषा से पूछा.

“उस लडक़ी ने तुम को खुद ही बताया था कि नहीं, तुम्हारे पास उस के वीडियो हैं.” मनीषा फोन पर प्रकाश से बोली.

“तू अपनी बात कर, तुझे उस के साथ रहना है क्या? जमाने भर के उल्टेसीधे सवाल करने की जरूरत क्या है, जबकि ऐसा कुछ है ही नहीं.” राजेश ने झल्ला कर कहा.

“मुझे तो रहना है न तुम्हारे साथ, वो खुद मना कर देगी कि उसे तुम्हारे साथ नहीं रहना है. क्या करना है बोलो, चुप रहने से कुछ होने वाला नहीं है. क्या करना है, मेरे साथ रहना है कि उस के साथ रहना है?” प्रकाश ने मनीषा से कहा.

“मुझे जो कहना था, सब कह दिया. सब कुछ उन्हें बता दिया है कि मुझे प्रकाश के साथ रहना है. मैं तुम्हारे घर गई, वह बात भी मैं ने उन्हें बता दी. एक बात नहीं छिपाई. हमारे बीच शुरू से ले कर अब तक की हर बात बताई है मैं ने.” मनीषा बोली.

“हां, मेरे घर पर 4 बार आई. उसे कह दो हम दोनों खड़े हो जाते हैं वह दोनों को गोली मार दे. साथ में नहीं जीने देगा न तो दोनों को मार दे, हम अपनी इच्छा से मरने के लिए तैयार हैं.” प्रकाश गुस्से में बोला.

“अच्छा है न, ये लो खुद ही बात कर लो,” इतना कह कर मनीषा ने मोबाइल राजेश को दे दिया.

“हां, मुझे कंफर्म हो गया. मैं अब अपनी मिसेज से बात कर लूं, उस के बाद ही आगे की बात करूंगा. तूने मेरी मिसेज को क्यों फंसाया. मेरे घर पर तुझे ताकझांक करने की क्या जरूरत थी? मैं तेरे घर ताकझांक करने गया था क्या?” यह बोल कर राजेश ने फोन डिसकनेक्ट कर दिया.

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