पुलिस के अनुसार पिंटू सेंगर 20 जून, 2020 को अपनी इनोवा कार से जेके कालोनी आशियाना स्थित समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रेश सिंह के घर जाने के लिए निकला था. कार को उस का ड्राइवर रूपेश चला रहा था. चंद्रेश के घर के सामने पहुंचने पर फोन पर बात करते हुए पिंटू सेंगर अपनी कार से नीचे उतर गया और फिर सड़क के किनारे खड़े हो कर बात करने लगा.
इसी बीच 2 बाइकों पर सवार हो कर आए 4 बदमाशों ने पिंटू सेंगर पर चारों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हेलमेट लगाए हमलावरों ने करीब 15 फायर सीधेसीधे पिंटू सेंगर के ऊपर किए. गोली लगने के बाद लहूलुहान हो कर पिंटू सेंगर जमीन पर गिर पड़ा.
इस के बाद चारों बदमाश जाजमऊ की ओर फरार हो गए थे. वहीं इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल छा गया था. चालक रूपेश के शोर मचाने पर आगे आए लोग आननफानन में सेंगर को निजी अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.
मृतक नरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सेंगर पर चकेरी, किदवई नगर और कोहना थाने में कुल 28 केस दर्ज थे. पिंटू सेंगर गैंगस्टर और गुंडा एक्ट की काररवाई के साथ भूमाफिया भी घोषित हो चुका था. उस पर हत्या के प्रयास, प्रौपर्टी हथियाने, हत्या, रंगदारी जैसे संगीन धाराओं में केस दर्ज थे. पिंटू सेंगर ने 2007 में बसपा से विधायक का चुनाव लड़ा था, हालांकि उसे चुनाव में हार मिली थी. पिंटू सेंगर ने राजनीति में अच्छी पकड़ बना रखी थी और उस ने अपने विरोधियों की करोड़ों की प्रौपर्टी जब्त कराई थी.