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सिद्धू ने गायक के तौर पर ही नहीं बल्कि एक गीतकार के तौर पर भी अपने करिअर की शुरुआत की. गायक के तौर पर ‘जी वैगन’ गाने के साथ सब के सामने पहली बार पेश हुए. सिद्धू की पहचान ‘गो हार्ड’ गाने से हुई, जिसे 490 मिलियन लोगों ने देखा. इस गाने से वह चमकता सितारा बन गए और उन्होंने अपने नाम के साथ गांव का नाम ‘मूसेवाला’ लगाना शुरू कर दिया.

सिद्धू के उजले चरित्र पर लगा दाग

उन का नाता न केवल म्यूजिक और मौडलिंग से था, बल्कि वह राजनीति के अतिरिक्त गैंगस्टर से भी अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए थे. उन के गानों के फैंस लाखों में थे, जबकि दोस्तों की लंबी फेहरिस्त थी और दुश्मन भी कम नहीं थे. उन के दुश्मनों को दोस्तों और प्रशंसकों में से पहचान पाना बहुत मुश्किल था.

युवा दिलों पर राज करने वाले सिद्धू मूसेवाला के उजले चरित्र पर उस वक्त दाग लगा, जब उन की गायकी के जलवे जवानी की दहलीज पर कुलांचे भर रहे थे. अकाली दल के युवा नेता विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या में सिद्धू मूसेवाला और उन के मैनेजर शगुनदीप सिंह का नाम उछला था.

दरअसल, बात करीब 9 महीने पुरानी 7 अगस्त, 2021 की है. विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की मिद्दूखेड़ा मोहाली के सेक्टर 71 में रहने वाले प्रौपर्टी डीलर दोस्त से मिल कर लौट रहा था, तभी 2 गाडि़यों से आए बदमाशों ने उन पर गोली चला दी. विक्की जान बचाने के लिए करीब आधा किलोमीटर तक भागा, लेकिन बदमाशों ने उसे घेर लिया और वह उस पर तब तक गोलियां बरसाते रहे, जब तक विक्की की मौत न हो गई.

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