उस ने जो कहा वह विभा की हत्या से संबंधित था. इस के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उस ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उस ने विभा की भी हत्या कर देने की बात बताई. इस तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने में उस का साथ उस के 5 दोस्तों ने दिया था. जबकि एक अन्य व्यक्ति ने लाशों को ठिकाने लगाने में मदद की थी.
अन्य हत्याभियुक्तों में दिलीप शर्मा निवासी भवनापुर थाना कोतवाली शहर, राहुल निवासी आनंद नगर थाना कोतवाली शहर, मुकेश निवासी रमपुरा थाना कोतवाली शहर, जुबेर निवासी महमूदपुर थाना खैराबाद, पंकज निवासी गणेशपुर थाना खैराबाद शामिल थे. लाशों को ठिकाने लगाने के लिए जाइलो कार का इस्तेमाल किया गया था. उस कार का मालिक राजेश लोध निवासी ग्राम नानकारी थाना खैराबाद था.
विमल को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. दिलीप शर्मा और जुबेर को 16 जनवरी को गिरफ्तार किया गया. इस के बाद 17 जनवरी को विमल की निशानदेही पर विभा की लाश सीतापुर के थाना कोतवाली शहर के अंतर्गत आने वाले खुजरिया गांव के पास सरायन नदी से बरामद कर ली गई. लाश का पोस्टमार्टम कराया गया तो पता चला कि उस की मौत भी गला घोंटने से हुई थी. उस के साथ रेप किए जाने की पुष्टि नहीं हुई, लेकिन आशंका के चलते विस्तृत जांच हेतु स्लाइड बना कर रख ली गई थी.
18 जनवरी को पुलिस द्वारा शेष अभियुक्तों राहुल, मुकेश, पंकज और राजेश को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस की पूछताछ के बाद जो कहानी निकल कर सामने आई, वह कुछ इस तरह थी—