उस से कड़ाई से पूछताछ की तो वह खुल गया. उस ने बताया, ‘‘साहब, मैं कुशांक गुप्ता हत्याकांड में जरूर था, लेकिन जिस ने हत्या की, उसे मैं नहीं जानता. कुशांक गुप्ता की हत्या पूर्व ब्लौक प्रमुख ललित कौशिक ने करवाई थी. मैं शूटर को ले कर जरूर गया था. उस शूटर को ललित कौशिक जानता है.’’
अब पुलिस को विश्वास हो गया कि इन दोनों हत्याओं का मास्टरमाइंड भाजपा नेता और पूर्व ब्लौक प्रमुख ललित कौशिक ही है. आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस को श्वेताभ तिवारी हत्याकांड की जो कहानी सामने आई, चौंकाने वाली निकली.
सीए हत्याकांड का हुआ खुलासा
श्वेताभ तिवारी उत्तर प्रदेश के शहर मुरादाबाद के मंडी चौक मोहल्ले में रहते थे. वहीं पर अभियुक्त विकास शर्मा का आनाजाना था. उस के बाद श्वेताभ तिवारी कांठ रोड पर साईं गार्डन कालोनी में अपना मकान बना कर रहने लगे थे. श्वेताभ तिवारी मुरादाबाद व आसपास के जिलों में बड़े चार्टर्ड एकांउंटेंट के रूप में गिने जाते थे. इन का औफिस दिल्ली रोड पर बंसल कांप्लैक्स में था, जिस में करीब 80 कर्मचारी कार्य करते थे.
श्वेताभ तिवारी चार्टर्ड एकाउंटेंट के अलावा प्रौपर्टी डीलिंग का भी काम करते थे. उन का यह धंधा मुरादाबाद के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली, उत्तराखंड, नैनीताल, भवाली में भी था. यहां इन्होंने काफी संपत्ति भी अर्जित कर रखी थी. इन की करीब 40-50 करोड़ रुपए की संपत्ति थी. उन्होंने अपनी सारी संपत्ति अपने साले संदीप ओझा व अपनी पत्नी शालिनी के नाम कर रखी थी. इतनी बड़ी संपत्ति श्वेताभ तिवारी ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से अर्जित की थी.