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उस दिन हम लोग न्यूजर्सी रोड पर बिलबोर्ड के पीछे मोर्चा जमाए बैठे थे. कोई तेज रफ्तार गाड़ी आती, तो हम उसे रोक कर चालान काट देते. यह बड़ा बोरिंग काम था. क्योंकि तेज रफ्तार गाडि़यां कम ही आती थीं. हमारी परेशानी यह थी कि हमें अपना टारगेट पूरा करना था.

इस टारगेट के तहत हमें तेज रफ्तार गाडि़यों के ड्राइवर्स को पकड़ कर साढ़े 3 सौ डौलर्स के चालान काटने थे. एंडरयान मोंक और मैं यानी नेल थामस सोमवार की सुबह से पहाडि़यों के बीच से गुजरने वाली डबल लेन रोड पर मौजूद थे. यह पुरानी सड़क थी. ऐसी सड़क पर रफ्तार पर काबू रखना मुश्किल होता है.

इस जगह हमें 3 हफ्ते हो गए थे. मेरा काम अपराध के सुराग ढूंढना था. जबकि मोंक एक पुलिस कंसलटेंट और जासूस था. मैं मोंक का दोस्त भी था और शागिर्द भी. दरअसल मैं एक अच्छा जासूस बनने की धुन में उस के असिस्टेंट के तौर पर उस से जुड़ गया था.

हम यहां पुलिस चीफ रेमंड डशर और उन की बीवी फे्रंकी की मेहरबानी की वजह से आए थे. रेमंड एक जमाने में सानफ्रांसिसको के होमीसाइड जासूस रह चुके थे. फ्रेंकी मोंक के साथ काम कर चुकी थी. रेमंड बहुत ज्यादा व्यस्त चल रहे थे. उन दोनों ने कानून की मदद करने की बात कह कर हमें यहां गाडि़़यां चेक करने के लिए बुलाया था.

मैं इस से पहले भी कत्ल के कई केस हल करने में मोंक की मदद कर चुका था. पर कभी भी मेरे नाम से कामयाबी के झंडे नहीं गड़े थे. मैं मोंक के नाम के बाद ही अपना नाम देख कर खुश हो जाता था. मेरे लिए गर्व की बात यह थी कि मोंक के साथ रह कर मुझे भी पुलिस की वरदी पहनने को मिलती थी.

उस वक्त मोंक पैसेंजर सीट पर बैठा था, गन उस के हाथ में थी. वह अगले शिकार के इंतजार में था और अपनी फिलासफी सुना रहा था. मैं उस की हर बात ध्यान से सुनता था, क्योंकि उस की बातों में काम की कोई न कोई बात जरूर रहती थी. 2 दिनों बाद हमें अपने जरूरी कामों से सानफ्रांसिसको जाना था. वहां रेमंड ने हमें अपने डिपार्टमेंट में जौब की औफर दी थी, जो हम दोनों ने मंजूर कर ली थी.

मैं मोंक की बातें सुन रहा था कि इसी बीच लाल रंग की एक रेंजरोवर उस बिलबोर्ड के पास से तेजी से गुजरी, जिस के पीछे हमारी गाड़ी खड़ी थी.  गाड़ी के टायरों और निचले हिस्से पर कीचड़ लगा था. मोंक ने जल्दी से अपनी गन नीचे करते हुए कहा, ‘‘हमें इस गाड़ी का पीछा करना है.’’

मैं ने छत पर लगी बत्तियां जलाईं और सायरन का बटन दबा दिया. इस के साथ ही हमने लाल गाड़ी का पीछा शुरू कर दिया. चंद सेकेंड में हम उस कार के करीब पहुंच गए. हम ने ड्राइवर को रुकने का इशारा किया. इशारा समझ कर उस ने गाड़ी सड़क के किनारे रोक दी. कार चलाने वाली एक औरत थी और उस की कार पर न्यूजर्सी की नेमप्लेट लगी थी.

मोंक ने मुंह बनाते हुए उस गाड़ी की तरफ देखा. गाड़ी के बंपर पर कीचड़ के साथसाथ पेड़ की डालियां और पत्ते चिपके हुए थे. मैं जानता था कि मोंक को गंदगी से सख्त नफरत है, इसीलिए उस की त्यौरियां चढ़ी हुई थीं.

मैं ने जल्दी से गाड़ी का नंबर अपने कंप्यूटर में टाइप किया, तो मुझे जरा सी देर में पता चल गया कि वह गाड़ी सिमेट की रहने वाली कीसले ट्यूरिक के नाम पर रजिस्टर्ड है. इस से पहले कभी भी उस गाड़ी का चालान नहीं हुआ था. न ही वह किसी हादसे से जुड़ी थी. मैं गाड़ी से बाहर आ कर ड्राइविंग सीट पर बैठी औरत के करीब पहुंच गया.

मोंक गाड़ी के पिछले हिस्से की तरफ पहुंचा और इतनी बारीकी से देखने लगा, जैसे वहां बैंक से लूटी गई रकम या कोकीन का जखीरा अथवा अगवा की हुई कोई लड़की मौजूद हो. कार की पिछली सीट उठी हुई थी, लेकिन वहां सिरके की एक बोतल के अलावा कुछ नहीं था. निस्संदेह सिरका रखना गैरकानूनी नहीं था.

औरत ने अपनी गाड़ी का शीशा नीचे किया, तो मेरी नाक से एक अजीब सी बदबू टकराई. गाड़ी के अंदर चमड़ा मढ़ा हुआ था. शायद ये उसी की बदबू थी. उस औरत की उम्र करीब 30 साल थी और वह देखने में काफी खूबसूरत थी. उस ने लंबी आस्तीन वाली फलालेन की शर्ट और पुरानी सी जींस पहन रखी थी.

उस औरत की आंखों के नीचे और नाक पर की कुछ स्किन सुर्ख नजर आ रही थी. जिस का मतलब था कि वह चश्मा लगाती थी. मैं ने नम्रता से कहा, ‘‘गुड मानिंग मैडम, क्या मैं आप का लाइसेंस देख सकता हूं? प्लीज रजिस्टे्रशन बुक भी दीजिए.’’ उस ने दोनों चीजें मेरी तरफ बढ़ा दीं. उसी वक्त मैं ने उस की हथेली पर अंगूठे से जरा नीचे एक छाला देखा, पर मैं ने इस पर कोई खास ध्यान नहीं दिया.

‘‘क्या बात है औफिसर…?’’ उस ने पूछा.

उस का लाइसेंस देखने के बाद इस बात की तसदीक हो गई कि वह कीसले ट्यूरिक ही है. मैं ने उस से पूछा, ‘‘क्या तुम्हें पता है कि इस सड़क पर गाड़ी की रफ्तार कितनी होनी चाहिए?’’

‘‘55.’’ वह बोली.

‘‘क्या तुम जानती हो, तुम किस स्पीड से गाड़ी चला रही थी?’’

उस ने पूरे विश्वास से कहा, ‘‘55.’’

मेरी समझ में नहीं आया कि जब उस की स्पीड ठीक थी, तो उसे रोकने की वजह क्या है? मैं ने पीछे मुड़ कर मोंक से कहा, ‘‘इस की रफ्तार तो ठीक थी, फिर गाड़ी क्यों रुकवाई?’’ उस ने झुंझला कर कहा, ‘‘देखते नहीं, इस की गाड़ी पर कीचड़ लगा है और पिछले हिस्से के हुक में प्लास्टिक बैग का एक टुकड़ा भी फंसा है.’’

‘‘पर इस से ट्रैफिक कानून का तो कोई उल्लंघन नहीं होता.’’ मैं ने कहा. इसी बीच कीसले बोल उठी, ‘‘क्या मैं जा सकती हूं औफिसर?’’ मैं ने उस का लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड उस की तरफ बढ़ाया, तो उस की उंगली पर हल्का सा सफेद दाग नजर आया, जिस से पता चलता था कि उस ने हाल ही में अपनी शादी की अंगूठी उतारी थी.

‘‘औफिसर जरा हटें, मुझे जाने दें.’’

‘‘हां.’’ मैं ने चौंकते हुए कहा, ‘‘तुम जा सकती हो.’’

‘‘नहीं. तुम नहीं जा सकती.’’ पीछे से मोंक की तेज आवाज सुनाई दी. मैं ने ठंडी सांस भर कर कहा, ‘‘तुम सिमेट वापस आने के बाद अपनी गाड़ी धुलवा लेना. मेरे साथी को गंदगी से सख्त नफरत है.’’

‘‘जी जरूर.’’ औरत ने जल्दी से कहा.

‘‘हम इसे यहां से जाने और कार धुलवाने की इजाजत हरगिज नहीं दे सकते.’’ मोंक ने आगे आ कर सख्त लहजे में कहा, तो मैं हैरान हुआ. मैं ने पूछा, ‘‘क्यों?’’

‘‘क्योंकि इस से अहम सुबूत भी धुल जाएंगे.’’ वह बोला.

‘‘कैसे सुबूत? यही कि कार पर कीचड़ लगा है?’’ मैं ने विरोध किया, तो मोंक ने जैसे धमाका किया, ‘‘नहीं, इस ने अपने शौहर का कत्ल किया है.’’

अभी मोंक की जुबान से ये शब्द निकले ही थे कि कीसले ने गाड़ी स्टार्ट की और तूफान की सी तेजी के साथ भगा कर ले गई. मैं ने जल्दी से पीछे हट कर रूमाल से चेहरा साफ किया.

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