MP News : शादीशुदा महिलाओं को प्रताडि़त करने के मामले केवल मध्यमवर्गीय परिवारों तक ही सीमित नहीं है. पढ़ेलिखे हाईप्रोफाइल सोसायटी में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक के भाई की पत्नी काम्या भी इस प्रताडऩा की शिकार हुई है.

उस समय काम्या दुबे 27 साल की थी और भोपाल के रातीबड़ इलाके में अपने मम्मीपापा के साथ रहती थी. वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी, मगर पेरेंट्स उस के विवाह के लिए चिंतित थे. काम्या के दूर के चाचा ने शीतल नाम की लड़की से लव मैरिज की थी. शीतल मध्य प्रदेश के धार जिले के कुक्षी विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुरेंद्र सिंह बघेल की बहन थी. शीतल का काम्या के घर आनाजाना रहता था. एक दिन शीतल किसी काम से आई तो काम्या की मम्मी ने शीतल से कहा, ”शीतल, काम्या के लिए कोई अच्छा लड़का तेरी नजर में हो तो बता. इस के हाथ पीले कर हम भी गंगा नहाना चाहते हैं.’’

”अरे भाभी, लड़का तो मेरी नजर में है, मगर आप मेरी मानेंगी नहीं.’’ शीतल बोली.

”अरे बता तो सही, आखिर कौन है वह लड़का?’’ काम्या की मम्मी ने उत्सुकता से पूछा.

”मेरा भाई देवेंद्र सिंह लाखों में एक है भाभी, आप तैयार हो तो सुरेंद्र भैया से बात कर के रिश्ता पक्का करवा दूंगी.’’ शीतल बोली.

”अरे पगली, तूने दूसरी जाति के लड़के से लव मैरिज कर ली, मगर काम्या के बाबूजी हरगिज तैयार नहीं होंगे.’’

”अरे आजकल सब चल रहा है, पढ़ेलिखे लोग जातियों के चक्कर में नहीं पड़ रहे. लड़कालड़की एकदूसरे को पसंद करें तो शादी पक्की हो जाती है.’’ शीतल समझाते हुए बोली.

शीतल ने बातों के दौरान बताया कि उस के भाई ने एमबीए किया है और अंगरेजी में थ्रोआउट बातचीत करता है. परिवार के सभी तरह के कारोबार वही संभालता है.

इसी दौरान शीतल ने काम्या को देवेंद्र से मिलवाया. देवेंद्र देखने में स्मार्ट था और उस के बातचीत के लहजे से झलकता था कि वह खानदानी रईस है और उस के बड़े भाई सुरेंद्र सिंह के एमएलए होने से काम्या बहुत प्रभावित हो गई. यही वजह रही कि काम्या ने पेरेंट्स की इच्छा के खिलाफ देवेंद्र से शादी करने की सहमति दे दी. काम्या की खुशियों की खातिर पेरेंट्स को भी राजी होना पड़ा. काम्या की देवेंद्र से शादी 8 फरवरी, 2018 धूमधाम से हुई. मध्य प्रदेश के धार जिले के रहने वाले देवेंद्र की बहन शीतल की लव मैरिज काम्या के चाचा से होने के चलते देवेंद्र के परिवार को पहले से जानते थे. देवेंद्र के भाई सुरेंद्र काम्या के घर रिश्ता ले कर आए थे, मगर काम्या के पापा इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे, क्योंकि दोनों अलगअलग जातियों से आते हैं.

जब रिश्तेदारों ने काम्या के पेरेंट्स से कहा कि लड़का अच्छे परिवार से है, पढ़ालिखा है, उस का भाई राजनीति में सक्रिय है और पूरा कारोबार देवेंद्र ही संभालता है तो काम्या के फेमिली वाले शादी के लिए तैयार हो गए. शादी से पहले काम्या की देवेंद्र से ज्यादा बातचीत नहीं होती थी. जब कभी भी बात होती थी, वह अधिकतर यही कहता कि मीटिंग में है, बाद में बात करेंगे. काम्या को लगा इतना बड़ा कारोबार है तो बिजी रहते होंगे. शादी के बाद ही काम्या पति देवेंद्र और सास पीथमपुर में रहने लगे. शादी से पहले काम्या को तो यही बताया गया था कि देवेंद्र ने इंदौर के एक प्रतिष्ठित स्कूल से पढ़ाई की है. उस के बाद उस ने एमबीए किया है और वह बहुत अच्छी अंगरेजी बोलता है.

देवेंद्र रोज सुबह अच्छे से तैयार हो कर टिफिन बौक्स ले कर ठीक 9 बजे घर से यह कह कर निकल जाता था कि ‘औफिस जा रहा है.’ काम्या यही समझती कि उस के पति बघेल फिलिंग्स नाम के पेट्रोल पंप पर जाते हैं. शादी के कुछ ही दिनों बाद घर में काम करने वाले एक नौकर ने एक दिन काम्या से पूछा, ”भाभीजी, क्या आप को पता है, भैया कहां जाते हैं?’’

तो काम्या ने गर्व से जवाब दिया, ”हां, वो पेट्रोल पंप पर जाते हैं.’’

तब नौकर ने कहा, ”भाभीजी, यही तो आप की भूल है, भैया पंप पर नहीं जाते.’’

”तो फिर कहां जाते हैं, मुझे भी तो बताओ?’’ काम्या ने उत्सुकता से पूछा.

”भाभी, हम आप को बता तो देंगे कि वे कहां जाते हैं, पर आप हमारा नाम मत बताइएगा.’’ नौकर ने कहा.

”हां, भरोसा रखो मैं किसी से नहीं कहूंगी, लेकिन मुझे सच बता दो आज.’’ काम्या ने उस नौकर को भरोसे में लेते हुए कहा.

काम्या की ससुराल में काम करने वाले नौकर ने काम्या से कहा, ”देवेंद्र भैया रोज सुबह पीथमपुर से इंदौर वाले फ्लैट पर शराब पीने जाते हैं और पूरा दिन वहीं

रहते हैं.’’

यह सुन कर काम्या के पैरों तले से जमीन खिसक गई. काम्या के सामने अपने पति का चिट्ठा खुल चुका था. काम्या ने जब भी देवेंद्र से यह पूछा कि क्या वह शराब पीते हैं? तो वह उसे डांट कर चुप करा देता था और अकसर यही कहता कि तुम बेवजह मुझ पर शक करती हो. काम्या को नौकरों से ही यह पता चला कि वो घर में भी पानी की बोतल में देसी शराब भर कर रखते हैं. जब कभी काम्या उस की पानी की बोतल उठाने की कोशिश करती तो वह कह देता कि मेरी बोतल को हाथ मत लगाना, उस में फिल्टर्ड पानी है. आखिर एक दिन काम्या ने उसे रंगेहाथों पकड़ लिया.

उस के बाद दोनों में तीखी बहस हुई, जिस पर देवेंद्र ने काम्या को गंदीगंदी गालियां भी दी थीं. पति का व्यवहार देख कर काम्या के सपने जल्द ही बिखरने लगे थे, उसे भरोसा ही नहीं हो रहा था कि इस तरह एक प्रतिष्ठित परिवार के लोग उस के साथ धोखा दे कर प्रताडि़त भी करेंगे. शादी को 2-3 महीने हो चुके थे. इस परिवार की असलियत काम्या के सामने आने लगी थी. कुछ दिनों के बाद जब देवेंद्र ने इंदौर जाना बंद कर दिया तो काम्या ने कहा,   ”आजकल आप पेट्रोल पंप पर नहीं जाते, आखिर इस की वजह क्या है?’’

जब देवेंद्र की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला तो काम्या बोली, ”अगर वहां नहीं जाना तो कहीं और नौकरी कर लो.’’

तब  गुस्से में आ कर देवेंद्र ने कहा, ”आठवीं फेल को नौकरी कौन देगा.’’

यह सुन कर काम्या को लगा कि पति ने यह बात गुस्से में कही है. एक दिन यह बात काम्या ने अपने जेठ सुरेंद्र सिंह बघेल को बताई तो जेठ ने कहा, ”सच तो कह रहा है कि वो आठवीं फेल है, मगर इस से क्या फर्क पड़ता है. वह इतनी अच्छी अंगरेजी बोलता है, पढ़ाईलिखाई कोई मायने नहीं रखती. मेरा भाई इंटेलिजेंट है.’’

पति की शराब की लत के चलते काम्या का जीवन नर्क बन चुका था. दिसंबर, 2018 में जब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी और दादा (हनी बघेल) मंत्री बने, तब उन्होंने कुछ दिन बाद अपने छोटे भाई देवेंद्र और उस की पत्नी काम्या को भोपाल बुला लिया. उन्होंने काम्या से कहा, ”तुम लोग यहां आ कर रहोगे तो मैं देवेंद्र पर ध्यान दे पाऊंगा.’’

इस के बाद काम्या का परिवार भी भोपाल आ कर विधायक सुरेंद्र सिंह बघेल के सरकारी बंगले के ही पास रहने लगा. भोपाल आने के बाद भी आए दिन देवेंद्र शराब पी कर काम्या को मारा करता था. जब किसी दिन अति हो जाती थी, तब काम्या दादा को फोन कर शिकायत करती थी, पर वह देवेंद्र से कुछ कहने के बजाय काम्या को ही डांटा करते थे. एक दिन तो हद हो गई, जब पति ने काम्या को बेरहमी से बहुत मारा तो जान बचाने के लिए वह दूसरे दरवाजे से भाग गई. आसपास के लोगों ने भी इस मारपीट की शिकायत सुरेंद्र बघेल से की.

आईवीएफ से हुई जुड़वा बेटियां

काम्या के फेमिली वालों को देवेंद्र के योग्य पति होने पर संदेह नहीं था, क्योंकि वह अकसर उन से अंगरेजी में बात करता था. काम्या ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया है कि शादी से पहले देवेंद्र के दूसरी महिलाओं से अवैध संबंध थे, जो उन की 2 बेटियों के जन्म के बाद भी जारी रहे. जब उस के फेमिली वालों ने इस मामले को देवेंद्र के परिवार के सामने उठाया तो उन्होंने जवाब दिया कि उन की बेटी इस से बेहतर की हकदार नहीं है.

पति और ससुराल वालों की प्रताडऩा का एक कारण बच्चे न होना भी था. हालांकि परिस्थितियों के लिहाज से काम्या नहीं चाहती थी कि घर में कोई बच्चा आए और जिम्मेदारियां बढ़ाए. जब शादी के बाद लंबे समय तक काम्या को कोई संतान नहीं हुई तो ससुराल वालों ने काम्या को ताना देना शुरू कर दिया. पति और उस के परिवार के लोगों ने साफतौर पर यह कह दिया कि काम्या गर्भधारण करने में सक्षम नहीं है. इस के बाद उन्होंने कुछ मैडिकल टेस्ट करवाए, जिस में पता चला कि देवेंद्र बच्चा पैदा करने के लिए ‘चिकित्सकीय रूप से फिट’ नहीं है. जबकि काम्या की सारी रिपोर्ट नारमल थीं.

ससुराल वालों को जब इस बात का पता लगा तो उन्होंने काम्या से कहा कि यह बात किसी को मत बताना. उस के बाद ससुराल वालों ने उसे आईवीएफ ट्रीटमेंट की सलाह दी. काम्या के पापा डाक्टर थे, जब काम्या ने इस संबंध में उन से बातचीत की तो उन्होंने आईवीएफ के लिए मना कर दिया, लेकिन काम्या ने पापा की बात न मान कर ससुराल वालों की बात मान कर आईवीएफ ट्रीटमेंट ले लिया. पूरी प्रेग्नेंसी के दौरान पति और ससुराल वालों ने कोई साथ नहीं दिया. काम्या का आरोप है कि पति ने गर्भावस्था के 7वें महीने में ही काम्या को धक्का दे दिया, जिस के कारण प्रीमैच्योर डिलीवरी करानी पड़ी. हौस्पिटल में उस के साथ केवल मायके के लोग ही मौजूद थे. काम्या ने 2 जुड़वा बेटियों को जन्म दिया.

बेटियों के जन्म पर ससुराल वालों ने खुशियां मनाने के बजाय यह सलाह दे डाली कि अब दोबारा आईवीएफ ट्रीटमेंट कराओ तो पहले सोनोग्राफी से जांच करा लेना कि बेटा है या बेटी. दोनों बेटियों की इसी माहौल में परवरिश होने लगी. पापा को देख कर बेटियां डर जाती थीं. बड़ी वाली तो खुद को वाशरूम में बंद कर लेती थी, क्योंकि उन्होंने कई बार मम्मी के साथ मारपीट देखी थी. काम्या ने परिवार के सम्मान में सुरेंद्र बघेल की सलाह पर इनविट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) थेरेपी का विकल्प चुनने का फैसला किया, लेकिन जब अस्पताल के बिलों का भुगतान करने की बात आई तो बघेल परिवार गायब हो गया और उस के पापा ने सारा खर्च उठाया.

अचानक घर से गायब हो गए पति

2018 से पति और उस के परिवार की प्रताडऩा सहतेसहते काम्या बहुत परेशान हो चुकी थी. इसी बीच 23 फरवरी, 2025 को काम्या का पति देवेंद्र अचानक घर से गायब हो गया और उस ने अपना फोन स्विच औफ कर दिया. जब काम्या ने सास को यह बताया तो उन्होंने सामान्य रूप से रिएक्ट किया. उस दिन देवेंद्र सिंह बघेल को कुछ लोगों के माध्यम से भोपाल से इंदौर बुलवाया गया, इस के बाद से ही वह गायब हो गया और उस की कोई जानकारी काम्या को नहीं मिल रही थी. इस के बाद काम्या ने भोपाल के रातीबड़ थाने में शिकायत दर्ज कराई.

काम्या ने बताया कि जब उस ने अपने पति के बारे में जानकारी लेने के लिए जेठ सुरेंद्र सिंह बघेल, जेठानी और सास को काल किया तो किसी ने भी उस का फोन रिसीव नहीं किया, यहां तक कि कुछ रिश्तेदारों ने तो उस का नंबर ब्लौक तक कर दिया. काम्या सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान एक औडियो क्लिप भी साझा की. उस के अनुसार, विधायक हनी बघेल खुद यह स्वीकार कर रहे हैं कि घर के खर्चे उन के पिता लंबे समय से उठा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन का मन होता है, तब पैसे भेजते हैं और जब नहीं होता, खर्चापानी बंद कर देते हैं.

काम्या ने यह भी कहा कि उस के पति ने कई बार उस पर हाथ उठाया और जेठ पति को सिखाते थे कि एक औरत तक नहीं संभाल पा रहा है. काम्या ने आरोप लगाया कि उसे डर है कि उस के पति को मानसिक रूप से अस्वस्थ साबित कर पागलखाने भेजने की साजिश की जा रही है, ताकि पैतृक संपत्ति पर कब्जा किया जा सके. उस ने मांग की कि उस के खर्चों और आरोपों की जांच की जाए और प्रमाण मांगे जाएं. काम्या का यह भी कहना है कि उस के पति शराब के नशे की वजह से मनोरोगी हो चुके हैं.

काम्या ने एक वीडियो जारी कर जेठ पर पति को गायब कराने का आरोप लगाया. सोशल मीडिया पर काम्या ने कहा था, ”जेठ ने मेरे पति को गायब कर दिया है. बाद में मुझे पता चला कि वे पीथमपुर में हैं, वहीं पर गिर गए हैं, जिस के कारण उन की हिप सर्जरी हुई है.’’

 

देवेंद्र ने नोटिस भेज कर काम्या पर आरोप मढ़ दिया कि पत्नी ने उसे सीढ़ी से धक्का दे कर गिराया है, जबकि वह उस दौरान भोपाल में नहीं था. पीथमपुर के ही पास एक अस्पताल में एडमिट था. शराब के लिए पैसे न मिलने पर देवेंद्र किसी से भी उधार ले कर अपने शौक पूरे करता था. शराब के लिए उस ने दूधवाले, प्रेस वाले और  ड्राइवर से भी उधार ले रखा था.

पैसा लेते समय देवेंद्र हर किसी को यह बोल देता था कि मेरी पत्नी से पैसे ले लेना. अब हालात यह है कि यही लोग उधारी के पैसे काम्या से मांग रहे हैं. काम्या अपनी दोनों जुड़वां बच्चियों की स्कूल की फीस भरने के लिए जब भी परिवार के लोगों से पैसे मांगती है तो उसे यह कह कर चुप करा दिया जाता है कि बच्चों का सरकारी स्कूल में एडमिशन करा दो.

13 मई को महिला थाने में हुई एफआईआर

काम्या ने बताया कि वह पिछले कुछ सालों से ससुराल वालों की प्रताडऩा सहन कर रही थी, परंतु जब उस के सब्र का बांध टूटा तो 13 मई, 2025 को वह सीधे महिला पुलिस थाने पहुंची, जहां पर एसीपी निधि सक्सेना और एसएचओ अंजना दुबे को अपने साथ हुए अत्याचार की जानकारी देते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई. काम्या सिंह ने शिकायत में कहा है कि उस की शादी झूठी जानकारी दे कर कराई गई थी. बताया गया कि देवेंद्र सिंह बघेल एमबीए पास है और अच्छा बिजनैस संभाले हुए है, लेकिन शादी के बाद पता चला कि वह केवल 8वीं पास है और शराब का आदी है. परिवार के कारोबार से उसे दूर रखा गया है.

काम्या का आरोप है कि जब सच्चाई सामने आने पर उस ने आपत्ति जताई तो ससुराल वालों ने मारपीट शुरू कर दी और उसे धमकाया जाने लगा. स्कौर्पियो कार की मांग की गई और जब उस ने मना किया तो उसे घर से निकाल दिया गया. बच्चों की स्कूल फीस भी बंद कर दी गई. इतना ही नहीं, पति तलाक के कागजों पर जबरन साइन करवाना चाहते थे और जब काम्या ने इंकार कर दिया तो उसे  एससी/एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी दी गई.

काम्या का आरोप है कि उसे जानबूझ कर झूठ बोल कर विवाह में फंसाया गया और बाद में दहेज में लग्जरी कार की मांग, शारीरिक व मानसिक प्रताडऩा और जान से मारने की धमकियां दी गईं. काम्या के पापा ने वैसे तो एक क्रेटा कार और गृहस्थी का पूरा सामान दहेज में दिया था. काम्या ने इस बात का उल्लेख भी शिकायत में किया है कि विधायक हनी बघेल ने खुद एमएलए रेस्ट हाउस में बुला कर उस के साथ मारपीट की. जब काम्या ने प्रताडऩा का विरोध किया तो उन के फेमिली वालों ने उसे धमकाना शुरू कर दिया. पति देवेंद्र ने तेजाब फेंकने और जान से मारने की धमकी भी दी.

भोपाल महिला थाना पुलिस ने इस मामले में कांग्रेस विधायक सुरेंद्र बघेल, उन की पत्नी शिल्पा सिंह बघेल, भाई देवेंद्र सिंह बघेल, मम्मी चंद्र कुमारी और बहन शीतल सिंह बघेल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 85, 351(2), 3(5) और दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 की धाराओं 3 और 4 के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

कौन हैं विधायक हनी सिंह बघेल

सुरेंद्र सिंह बघेल, जिन को हनी बघेल के नाम से जाना जाता है, वह अनुसूचित जनजाति वर्ग से आते हैं. मध्य प्रदेश के धार जिले की कुक्षी विधानसभा सीट से वह वर्तमान में विधायक हैं. साल 2013 में उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव जीता और मध्य प्रदेश सरकार में पर्यटन और नर्मदा घाटी विकास विभाग के मंत्री बने.

हालांकि 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोडऩे के बाद उन की राजनीति में उतारचढ़ाव आए, लेकिन फिर कांग्रेस में वापसी कर 2023 का विधानसभा चुनाव जीता. वह कमल नाथ के बेहद करीबी माने जाते हैं. हनी बघेल को उन के मीठे बोलने, देखभाल करने वाले और विनम्र स्वभाव के लिए जाना जाता है. धार जिले की कुक्षी सीट से कांग्रेस की वरिष्ठ नेता जमुना देवी ने कई बार यहां चुनाव लड़ा है और जीत कर 1998 से 2003 तक मध्य प्रदेश सरकार की उपमुख्यमंत्री भी रही थीं. उन के अलावा कांग्रेस के दूसरे नेता सुरेंद्र बघेल के पिता प्रताप सिंह बघेल भी इस क्षेत्र से चुनाव जीत कर मध्य प्रदेश के सिंचाई और पंचायती राज मंत्री बने थे. बघेल तीसरी बार इस क्षेत्र से विधायक हैं.

इधर पूरे मामले पर कांग्रेस विधायक हनी सिंह बघेल ने मीडिया के सामने सफाई दी. उन का कहना है कि अपने भाई के साथ कोई संपत्ति विवाद नहीं है और उन के पिता के जीवनकाल में ही पारिवारिक संपत्ति का विधिवत बंटवारा हो चुका है. बघेल ने दावा किया कि काम्या सिंह की वजह से ही देवेंद्र मानसिक तनाव में चला गया है और उस का इलाज इंदौर में कराया जा रहा है. विधायक ने यह भी कहा कि काम्या की तरफ से लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं और सच्चाई जल्द सामने आ जाएगी.  MP News

 

 

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