Hindi Story : वो दिन गए जब सऊदी अरब में प्रेमियों को इश्क में आंखें लड़ाना, गले लगना और फैशन में चूर शाम ढले समंदर के किनारे पासपास बैठने की पाबंदियां थीं. एक समय था जब आस्मा को अपने प्रेमी के साथ घूमने में कई बातों का खयाल रखना पड़ता था. वह बुरके में आती थी, दूर से ही अपने प्रेमी को हाथ हिला कर अपने प्रेम का इजहार करती थी और लोगों की नजरों से बच कर चली जाती थी. समंदर के किनारे प्रेमी संग हाथों में हाथ डाल कर घूमना तो बहुत दूर की बात होती थी.
यह कहें कि उस के साथ समुद्र तट पर पूरा दिन बिताना सपने जैसा ही था. लेकिन अब ऐसा नहीं है. आस्मा जैसी दूसरी लड़कियों की मानें तो अब सऊदी अरब बदल रहा है. वहां रूढि़यां टूट रही हैं. लड़कियां समुद्र तट पर बगैर किसी रोकटोक और झिझक के अपने प्रेमी के साथ पूरा दिन बिता सकती हैं. इस पर 32 साल की आस्मा कहती है कि वह लाल सागर के सफेद रेतीले तट पर अपने दोस्त के साथ डांस भी कर सकती है. इस पर अब न तो कोई टीकाटिप्पणी करेगा और न ही वह किसी तरह के कानूनी पचड़े में फंसेगी.
नई पीढ़ी को इस बात को ले कर बेहद खुशी है कि वे समुद्र तट पर अपने साथी के साथ मौजमस्ती कर सकते हैं. शाम ढले डीजे पर बजने वाले तेज संगीत का आनंद ले सकते हैं. उठतीगिरती लहरों के बीच एकदूसरे पर पानी उछाल सकते हैं. भीग सकते हैं, अपने प्रिय को भिगो सकते हैं. यह सामाजिक परिवर्तन खाड़ी के इस इस्लामी साम्राज्य में शुरू हुए खुलेपन का एक उदाहरण बन चुका है. हाल के दिनों में सऊदी अरब में हुए ऐसे कई सामाजिक परिवर्तन देखने को आए हैं. उस की वजह से अत्यधिक कठोर सामाजिक ढांचे ढह रहे हैं. आधुनिकता की सोच में बदलाव आ रहा है.