Story in Hindi : कई बार अपना घर बनाने में आम आदमी की पूरी जिंदगी निकल जाती है. जैसेतैसे घर बन जाए तो फिर जरूरत की एकएक चीजजुटाने में पसीने छूटने लगते हैं. इस के बाद सब कुछ इच्छा के मुताबिक हो जाए तो सचमुच बहुत सुकून मिलता है. और अगर खूनपसीने से जुटाई गई इंसान की कोई कीमती चीज चोरी हो जाए तो उसे लगता है जैसे जिंदगी ही उजड़ गई हो. अमेरिका के शहर टेक्सास के रहने वाले चेसी फ्राइडे और उन की पत्नी जेसिका के बारे में सोचिए कि उन पर उस वक्त क्या गुजरी होगी, जब उन्हें पता चला होगा कि सालों की मेहनत के बाद बनाया गया उन का घर ही चोरी हो गया है.
घर चोरी होने की बात से कोई भी चौंक सकता है, क्योंकि सामान चोरी होना अलग बात है और पूरा घर चोरी होना अलग बात. दरअसल टेक्सास के स्प्रिंग ब्रांच में रहने वाले चेसी फ्राइडे और जेसिका ने ढाई साल की मेहनत के बाद अपना ईको फ्रैंडली घर बनाया था, उसे अपने हिसाब से सजायासंवारा था. 650 वर्गफुट में बने इस घर पर 35 हजार डौलर यानी करीब साढ़े 22 लाख रुपए खर्च आया था. पतिपत्नी ने अपने इस ईको फ्रैंडली घर में पहिए लगवाए थे, ताकि जरूरत होने पर उसे मनमुवाफिक जगह ले जाया जा सके. घर में कुछ ऐसे उपकरण लगे थे, जिस से बिजली की कम से कम खपत हो.
20 दिसंबर, 2014 को जब फ्राइडे दंपति कहीं बाहर गए हुए थे तो उन का घर चोरी हो गया. वापस लौट कर देखा तो पतिपत्नी हक्केबक्के रह गए. चोर उन के घर को किसी बड़े वाहन में बांध कर ले गए थे. यह देख दोनों को लगा कि उन की मेहनत और पैसा सब बरबाद हो गए. लेकिन जब यह खबर एक स्थानीय अखबार में छपी तो सेंट एंटोनियो में रहने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस को खबर दी कि इस से मिलताजुलता घर शहर की दूसरी साइड में खड़ा देखा गया है.
इस पर शहर के शैरिफ ने मौके पर जा कर घर बरामद कर लिया और फोन पर इस की सूचना चेसी फ्राइडे और जेसिका को दे दी. वे आ गए तो उन्हें उन का घर लौटा दिया गया. फ्राइडे दंपति अपने घर को ले तो आए लेकिन चोरों ने उस की हालत इतनी बिगाड़ दी थी कि उस की मार्केट वैल्यू आधी भी नहीं बची थी. इसीलिए यह दंपति अपने इस ईको फ्रैंडली घर को बेच कर किसी अपार्टमेंट में रहना चाहता है. अपने रहने के लिए उन्होंने एक अपार्टमेंट बुक भी करा लिया है. Story in Hindi






