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एपीसोड-5

इस एपीसोड में देव संध्या के घर के सामने खड़ा था, तब संध्या आती है. वह उस से कहता है कि उस ने उस से सब झूठ बोला था. संध्या गुस्से में कहती है कि क्या वह उस से बताती कि कैरव जुए का अड्डा और रंडीखाना चलाता है, जिसे वह देखती है. तभी उसे यह भी पता चलता है कि जिस विदेशी लड़की की लाश सड़क बनने वाली जगह पर मिली थी, वह कैरव के यहां काम करती थी.

देव संध्या को पकड़ लेता है तो वह उसे तमाचा मार देती है और कहती है कि वह तो उसे छोड़ कर चला गया था. उस ने कैसे सर्वाइव किया, यह वही जानती है. वह गर्भवती थी. उस के पिता मर गए. तब कैरव ने उसे सहारा दिया. देव को वह घर से भगा देती है.

इंसपेक्टर रंगोट होटल के उस कमरे में पहुंच जाता है, जहां कैरव का बिजनैस पार्टनर केतन 2 लड़कियों के साथ अय्याशी कर रहा होता है. वह उस से बिजनैस डील की बात करता है. कैरव के आदमी भो और भी विकास को प्रोटेस्ट खत्म कराने को कहते हैं. विकास समय मांगता है.

इस के बाद वह विधायक प्रमोद से आंदोलन खत्म करने की बात करता है. लेकिन वह नहीं चाहता कि आंदोलन खत्म हो,  इसलिए वह इंसपेक्टर रंगोट से इस के लिए बात करता है तो रंगोट कहता है कि इस मामले में क्या करना है, यह वह उस पर छोड़ दें.

देव अस्पताल जाता है तो पता चलता है कि उस के पिता की तबीयत अब काफी ठीक है. उन्हें वह घर ले जा सकता है. इंसपेक्टर रंगोट करीम के घर जाता है और उस से कहता है कि वह सबूत के लिए सुनील महाजन की फैक्ट्री में जाए और वहां नौकरी की बात करे.

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