कहानी के बाकी भाग पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

साइबर सेल ने जांच कर बताया कि खुशबू अवस्थी ने घटना के दिन से ही कुछ मोबाइल नंबर बंद कर दिए थे. लेडी कांस्टेबल साधना कुशवाहा, रश्मि राजपूत और कुमुद पाठक खुशबू पर लगातार नजर रखे हुई थीं. खुशबू द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे 4 मोबाइल नंबरों की काल डिटेल्स ने शिखा की हत्या में खुशबू का हाथ होने की तसदीक कर दी थी. पुलिस टीम ने जब खुशबू से सख्ती से पूछताछ की तो उस ने सारा राज उगल दिया.

फेसबुक की दोस्ती बदली प्यार में...

घटना के करीब एक साल पहले की बात है. रात का वक्त था, खुशबू फेसबुक पर अपनी प्रोफाइल में फ्रैंड रिक्वेस्ट चैक कर रही थी, तभी उस का ध्यान राहुल सिंह की रिक्वेस्ट पर चला गया. सोशल मीडिया पर खूबसूरत फोटो वाले राहुल की फ्रैंड रिक्वेस्ट देख, खुशबू राहुल की प्रोफाइल देखने लगी. राहुल सिंह ने अपनी प्रोफाइल में खुद को अमेठी का रहने वाला बताया था. खुशबू के पिता भी मूलत: उत्तर प्रदेश के निवासी थे, इस लिहाज से खुशबू का झुकाव उस की तरफ हुआ और उस ने अपने फेसबुक अकाउंट पर मिली राहुल सिंह की फ्रैंड रिक्वेस्ट को स्वीकार कर ली.

खुशबू के पिता की शादी मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के बारछी गांव में हुई थी. बारछी गांव और साईंखेड़ा के बीच बहने वाली दुधी नदी जिले की सीमाओं का बंटवारा करती है. पेशे से डाक्टर शिवसागर अवस्थी शादी के कुछ समय बाद साईंखेड़ा में अपना क्लीनिक चलाने लगे. उन की क्लीनिक चल पड़ी तो उन्होंने साईंखेड़ा में एक अच्छा दोमंजिला मकान बना लिया.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 12 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...