सीबीआई के हाथों में पहुंचा केस
इस दौरान भारी संख्या में लोग ‘सोनाली अमर रहे’ और ‘सोनाली के कातिलों को फांसी दो’ के नारे लगाते रहे. उस से बुरी तरह से टूट चुकी यशोधरा को आत्मबल मिला और उस ने मां की मौत की जांच सीबीआई से करवाने के लिए प्रधानमंत्री से गुहार लगाई.
इसी तरह सोनाली के वृद्ध मातापिता ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के जरिए सीबीआई जांच की मांग की थी. इस संबंध में सोनाली की बेटी यशोधरा, भाई, बहन और जीजा ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल से मिल कर दरख्वास्त की.
परिवार की लिखित मांग पर हरियाणा सरकार ने गोवा सरकार से आग्रह किया कि वह इस केस को सीबीआई को सौंप दे. सोनाली के घरवालों ने इस के लिए सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस को भी पत्र लिखा था.
मामले की जांच सीबीआई से करवाने को ले कर जब केंद्रीय गृह मंत्रालय तक से गुहार लगाई गई, तब आखिरकार इस की मंजूरी देनी ही पड़ी.
जांच का आदेश मिलते ही 2 दिनों बाद सीबीआई के अधिकारी ने 16 सितंबर को सोनाली के पैतृक गांव पहुंच कर उन के पिता को नई एफआईआर की कौपी सौंप दी.
डेथ मिस्ट्री के 5 आरोपी गिरफ्तार
सोनाली फोगाट मर्डर केस की जांच करने के लिए सीबीआई की 2 सदस्यीय टीम में शामिल डीएसपी राजेश कुमार और इंसपेक्टर ऋषिराज ने भूथन कलां में उन के परिवार से मुलाकात की. सीबीआई टीम ने सोनाली के भाई रिंकू ढाका से भी केस से जुड़ी जानकारियां लीं और सोनाली के घर वालों को अपना फोन नंबर दे दिया.
गोवा सरकार से आधिकारिक तौर पर केस मिलने के बाद सीबीआई की टीम ने नई एफआईआर दर्ज की, जिस में 2 टीमें समानांतर रूप से काम कर रही हैं. इन में से ही एक टीम सोनाली के गांव गई और दूसरी टीम ने गोवा के अंजुना थाने पहुंच कर इस केस से जुड़े दस्तावेज हासिल कर लिए. सोनाली की मौत से जुड़ा केस अंजुना थाने में ही दर्ज किया गया था.