देवरिया से बनवाया था रिवौल्वर का लाइसेंस
नितेश यादव ने जिस रिवौल्वर से गोली मार कर बेटी की हत्या की थी, उस का लाइसैंस साल 2003 में अपने नाम देवरिया से बनवाया था. यह लाइसैंस आल इंडिया के लिए मान्य था. उस समय नितेश लगभग 25 साल का था.
बेटी की गोली मार कर हत्या करने वाले नितेश यादव का उस के मोहल्ले में खौफ बना हुआ था. वह पूरे इलाके में खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए लोगों पर रौब जमाता और मनमानी करता था. मोलड़बंद इलाके में जहां नितेश रहता है, वहां उस के 6 घर हैं. यहां एक घर में नितेश पूरे परिवार के साथ रहता है.
ग्राउंड फ्लोर पर उस के बुजुर्ग मातापिता रहते थे. वहीं पहली मंजिल पर नितेश अपनी पत्नी, बेटी व बेटे के साथ रहता था. इसी मोहल्ले में नितेश के चाचा का भी मकान है.
उस के पड़ोसियों ने बताया कि उस के मिलने वाले मोहल्ले के घरों के सामने अपनी गाडि़यां खड़ी कर देते थे. विरोध करने पर वह रिवौल्वर दिखा कर लोगों को धमकाता था कि वह पुलिस में है, कोई उस से उलझा तो गोली मार देगा.
नितेश के पिता गामा प्रसाद यादव गुरुग्राम में इंजीनियर थे. जब यहां जमीन के भाव कम थे तो उन्होंने 6 प्लौट खरीद लिए. एक पर अपना मकान बना कर वह परिवार के साथ रहने लगे. शेष 5 प्लौट्स पर नितेश ने मकान बनवाए और किराए पर उठा दिए.
नितेश के अपने पिता से भी अच्छे संबंध नहीं थे. उस की हरकतों से आजिज आ कर उन्होंने अपने मकान अपनी बेटी के नाम करने की धमकी दी. इस पर वह आगबबूला हो गया और पिता के साथ भी मारपीट कर डाली. मोहल्ले के लोग बीचबचाव करने पहुंचे तो नितेश ने उन्हें भी धमकी दी कि हमारे घरेलू मामले में दखल देने की जरूरत नहीं है.