Politics : शर्मीले स्वभाव के इमरान खान ने क्रिकेट के मैदान में न सिर्फ अपनी अलग पहचान बनाई, बल्कि देश का नाम भी रोशन किया. राजनीति में उन्हें सफलता नहीं मिली, लेकिन अब 62 साल की उम्र में उन्होंने ऐसा कौन सा काम किया कि वह फिर से चर्चाओं में आ गए. बचपन से ही शर्मीले रहे इमरान खान जब 1982 में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान बनाए गए थे, तब भी वह बहुत शर्मीले थे. यह बात उस समय देखने को मिलती थी,
जब वह टीम की बैठकों में बोलने से बचने की कोशिश करते थे. लेकिन यह बात उन के ताजे फैसले से मेल नहीं खाती, जिस के तहत उन्होंने टीवी पत्रकार और 3 बच्चों की मां रेहम खान से शादी कर ली. शर्मीले स्वभाव के 62 साल के इमरान खान के इस कदम पर उन के जानने वाले भी आश्चर्यचकित हो गए हैं.
इमरान खान के इस प्यार और शादी के मायने को उन के समर्थक उन के बहुआयामी व्यक्तित्व से जोड़ कर देखने लगे हैं. इमरान के पिता इकरामुल्लाह खान नियाजी लाहौर में सिविल इंजीनियर थे, जबकि मामा माजिद खान और जावेद के नाम अपने जमाने के कामयाब क्रिकेटरों में शुमार थे. इन्हीं से पे्ररणा लेते हुए इमरान का झुकाव भी क्रिकेट की तरफ हो गया था. निस्संदेह इमरान बेइंतहा खूबसूरत थे और आज 62 की उम्र में भी दिखते हैं. इस की वजह उन का पश्तून नियाजी शेरमनरवेल जनजाति का होना है, जो अपनी गोरी रंगत और कदकाठी के कारण जानीपहचानी जाती है. भारत में ऐसे लंबे व चौड़ी छाती वाले मुसलमानों के लिए बोलचाल में पठान शब्द का संबोधन किया जाता है.






