कोरोना का दौर के खत्म होने के बाद बौलीवुड में नई फिल्में और वेब सीरीज की शूटिंग में तेजी आ गई थी. हर रोज नई फिल्में लांच हो रही थीं. वेब सीरीज दनादन आने लगी थीं. 1-2 फिल्में, वेब सीरीज या सीरियलों में काम कर चर्चित हो चुके ऐक्टर और ऐक्ट्रैस नए प्रोजेक्ट की तलाश में जुट गए थे. उन्हीं में क्रिसन परेरा भी थी.
वैसे तो उसे ‘सडक़ 2’ और ‘बाटला हाउस’से एक पहचान मिल चुकी थी और बौलीवुड की मसाला खबरों में बनी रहती थी. फिर भी उस की मंशा किसी वेब सीरीज में काम करने की थी, ताकि ओटीटी प्लेटफार्म के सिनेमाप्रेमियों के दिलों में जगह बना सके. इस के लिए उस की मां प्रमिला परेरा भी सक्रिय बनी रहती थीं. उन्हें जहां कहीं से भी फिल्म के प्रोजेक्ट की जानकारी मिलती थी, वह तुरंत अपनी बेटी को सूचित कर देती थीं. उस का मेल वही चैक करती थीं.
इसी साल 2023 के मार्च महीने के दूसरे सप्ताह की बात है, प्रमिला परेरा एक रोज बेटी का मेल चैक कर रही थीं. कई अनुपयोगी मेल को डिलीट करने के बाद एक मेल पर वह अटक गईं. ध्यान से पढऩे लगीं. वह मेल एक रियल एस्टेट कारोबारी रवि की तरफ से आया था. उस ने तुरंत इस की जानकारी बेटी क्रिसन को दी.
दरअसल, मेल एक टैलेंट मैनेजमेंट कंपनी के बारे में था. मेल में रवि नाम के शख्स ने क्रिसन को अपनी टैलेंट पूल टीम से मिलवाने की पेशकश की थी, उन्हें मुंबई के ग्रैंड हयात होटल में बुलाया गया था. प्रमिला को यह मैसेज उपयोगी लगा. प्रमिला ने रवि से फोन पर बातचीत की. कंपनी और नए वेब सीरीज के प्रोजेक्ट के बारे में संक्षिप्त जानकारी पा कर आश्वस्त होने के बाद उस ने क्रिसन को रवि की टीम के साथ मीटिंग में शामिल होने के लिए प्रेरित किया.
क्रिसन अपनी मां के साथ तय समय के मुताबिक होटल पहुंची. वहां पहले रवि और उन के साथ की टीम के साथ मीटिंग हुई. उस के कुछ समय बाद ही लंच के बाद क्रिसन का औडिशन भी हुआ. औडिशन में वह सेलेक्ट भी हो गई. यह इतना जल्दी हुआ कि इस बारे में मांबेटी को और अधिक सोचने का मौका ही नहीं मिला. यहां तक कि उसी दिन दुबई में औपचारिक औडिशन और शूटिंग के लिए शेड्यूल भी निर्धारित कर लिया गया, वह अगले सप्ताह ही होना था.
दुबई जाने की तैयारी में जुट गई क्रिसन परेरा
सब कुछ परेरा के लिए एक सपने की तरह महसूस हुआ. उस ने मां से इस बारे में इशारे में बातें कीं. मां की आंखों में खुशी की झलक देखी. मां ने इशारोंइशारों में क्रिसन को दुबई जाने की अनुमति दे दी थी. वह भी अकेली. इस का एक कारण दुबई में उन के रिश्तेदारों का होना था. फिर क्या था, क्रिसन दुबई यात्रा की तैयारी में जुट गई. 3 दिन बाद ही तय कार्यक्रम के अनुसार खाड़ी देशों की इंटरनैशनल फ्लाइट का उस के नाम 27 मार्च, 2023 का टिकट बुक हो गया.
क्रिसन के मेल और वाट्सऐप मैसेज में टिकट की पीडीएफ आ चुकी थी. किंतु टिकट देख कर वह चौंक पड़ी थी. उसे तो दुबई जाना था, लेकिन टिकट शारजाह की थी. इस बारे में उस ने रवि को फोन किया,
“औडिशन का स्थान बदल गया है क्या?”
“नहीं तो, वह दुबई में ही होगा. ऐसा क्यों पूछ रही हो?” रवि बोला.
“तो फिर मेरा टिकट शरजाह का क्यों भेजा?” क्रिसन संदेह जताती हुई बोली.
इस पर रवि हंसता हुआ बोला.” यही तुम लड़कियों के साथ समस्या है. हर बात पर संदेह करती हो. चिंता करने की बात नहीं है.” रवि समझाने लगा.
“चिंता क्यों नहीं होगी. कहां शारजाह और कहां दुबई? मां को क्या बोलूं?” क्रिसन बोली.
“दरअसल, दुबई की फ्लाइट महंगी है, इसलिए टिकट शारजाह का बुक किया गया है. वहां से उस का स्टाफ बाईरोड दुबई ले कर जाएगा. कितनी दूरी है मात्र 28 किलोमीटर… डोंट वरी.”
“ओके.” इसी के साथ क्रिसन खुद से बात करने लगी, ‘28 किलोमीटर यानी करीब 20 मिनट का सफर और!… चलो कोई बात नहीं!’ …और फिर क्रिसन ने खुद को आश्वस्त किया. नजर वहां आगे के कार्यक्रम पर डाली. उस के अनुसार उस का फाइनल औडिशन पहली अप्रैल को दुबई में होगा. इस से पहले उसे कंपनी द्वारा दुबई में ठहरने का इंतजाम किया गया था. मिली जानकारी के मुताबिक उसे शारजाह में हवाई अड्डे से उतरने से लेकर दुबई में ठहरने तक का समय भी निर्धारित कर लिया गया था. साथ ही मुंबई वापसी का टिकट के 3 अप्रैल का बुक होने की जानकारी भी दी गई थी.
कार्यक्रम के मुताबिक 27 वर्षीया क्रिसन परेरा मुंबई में इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर पहुंच गई थी. साथ में मां उसे छोडऩे आई थीं. कुछ समय में ही वहां रवि भी सीआफ करने के लिए आ गया था. उस के हाथ में एक ट्रौफी थी. उस ने क्रिसन को गुड जर्नी का विश करते हुए ट्रौफी उसे देने लगा. क्रिसन चौंकती हुई बोली, “यह ट्रौफी क्यों?”
“साथ में रख लो, औडिशन में जा कर दिखाओगी तब तुम्हारा इंप्रेशन बढ़ेगा.” रवि बोला.
तभी प्रमिला परेरा मुसकराती हुई बोलीं, “अरे वाह! अच्छा शगुन है. इंटरनैशनल वेब सीरीज शुरू होने से पहले ही ट्रौफी… क्या बात है.”
“ऐसा ही समझिए मांजी, यही तो शुभ संकेत है.” रवि ने भी मुसकराहट के साथ जवाब दिया. तब तक क्रिसन ट्रौफी अपने हाथ में ले कर मां को बैग से एक थैला निकालने को बोली. ट्रौफी को एक थैले में रख कर उसे संभाल कर पकड़ लिया और दूसरे हाथ से ट्राली बैग खींचती हुई एयरपोर्ट के अंदर चली गई थी.
जाना था दुबई पहुंची शारजाह
इस तरह टिकट से ले कर सामान तक चैकिंग के बाद ऐक्ट्रैस क्रिसन परेरा ने एक अंतरराष्ट्रीय बेब सीरीज के औडिशन में भाग लेने शरजाह के लिए फ्लाइट ले ली थी. वहां से उसे टैक्सी द्वारा दुबई के एक बड़े फाइव स्टार होटल तक पहुंचना था. जिस होटल में उस का औडिशन होना था, वहीं उस के नाम एक सुइट भी बुक था. सारी जानकारी उसे वाट्सऐप मैसेज से मिल चुकी थी.
शारजाह के व्यस्त एयरपोर्ट पर एयर इंडिया की फ्लाइट लैंड कर चुकी थी. उस वक्त करीबकरीब आधी रात बीत चुकी थी. क्रिसन प्लेन से बाहर निकल कर उस जगह पर पहुंची, जहां उसे अपने साथ दुबई के होटल ले जाने के लिए कंपनी स्टाफ के मौजूद होने की बात कही गई थी. किंतु वहां कोई नहीं मिला था.
वह अपने एक हाथ में ट्रौफी लिए हुए थी, जिसे उस ने एक थैले में डाल लिया था. पर्सनल बैग तिरछा कर कंधे से लगा रखा था. दूसरे हाथ से बगल में रखे ट्राली बैग का हैंडल थामे थी. वहां खड़ेखड़े 10 मिनट हो गए थे, लेकिन उस के नाम की किसी के हाथ में तख्ती नजर नहीं आ रही थी. जबकि कई टैक्सी वाले अपनेअपने यात्रियों के नाम की तख्ती हाथ में लिए आगंतुकों को दिखा रहे थे.
दूसरी तरफ क्रिसन की बेचैन नजरें उन्हें खोज रही थीं, जो उसे लेने के लिए एयरपोर्ट पर आने वाले थे. बीचबीच में अनाउंसमेंट पर भी ध्यान देती थी कि शायद दूसरे यात्रियों की तरह उस का नाम भी पुकारा जाए और बताया जाए कि कौन उसे लेने आया है.
क्रमशः