करीब एक घंटा बीत गया और उसे लेने के लिए कोई नहीं आया, तब वह परेशान हो गई. उस ने अपना मोबाइल फोन निकाला और उस में से अपना वाट्सऐप खोल कर रवि द्वारा भेजा गया वह मैसेज देखने लगी, जिस में उस के दुबई स्थित एक एक फाइव स्टार होटल का नाम और कमरे का विवरण था. लेकिन यह क्या? वहां से तो रवि के सारे मैसेज गायब थे.
वह हैरान हो गई. रवि के भेजे सभी मैसेज कहां चले गए? दिमाग भन्ना गया. थोड़ी देर सोचने के बाद उस की समझ में यह बात आ गई कि सारे मैसेज अचानक कैसे गायब हो गए?
दरअसल, ऐसा वाट्सऐप में मैसेजिंग के विशेष डिसअपीयरिंग फीचर के कारण हुआ था. इस फीचर द्वारा मैसेज भेजने वाला व्यक्ति उसे अपनी इच्छा के अनुसार तय समय पर हटा भी सकता है.
क्रिसन परेरा को होने लगा शक
क्रिसन के सामने अब बड़ी समस्या दुबई पहुंचने और उस के नाम बुक होटल की जानकारी की आ गई थी. वैसे सिर्फ उसे होटल का नाम याद था. उस ने दुबई स्थित उस होटल के रिसैप्शन में फोन कर अपने कमरे की बुकिंग के बारे में पूछा. वहां से जवाब मिला कि उस के नाम कोई सुइट बुक नहीं है और न ही वैसी किसी कंपनी द्वारा किसी मीटिंग हाल या औडिशन के संबंध में कोई जानकारी है. इतना सुनते ही क्रिसन स्तब्ध हो गई. उस के मुंह से निकला, “क्या? ऐसा कैसे हो सकता है?”
उस ने होटल के रिसैप्शन से दोबारा बात की और ठीक से चैक करने लिए कहा. रिसैप्शनिस्ट ने पहली बात दोहरा दी. क्रिसन अपना परिचय बौलीवुड हीरोइन के रूप में देती हुई मैनेजर से बात करवाने का आग्रह किया. रिसैप्शनिस्ट ने मैनेजर से भी बात करवा दी. मैनेजर का जवाब वही था, जो रिसैप्शनिस्ट ने दिया था. यहां तक कि वह झल्लाता हुआ बोला, “यहां आप जैसी लड़कियां बगैर किसी ठौरठिकाने के हिंदुस्तान से अकसर आती हैं. कहिए तो आप के नाम कमरा बुक कर दूं.”
“किसी इंटरटेनमेंट कंपनी ने पहली अप्रैल के लिए कोई कमरा या हाल बुक नहीं किया है?” क्रिसन ने एक बार फिर पहले जैसा ही सवाल किया.
“मैडम, मुझे लगता है आप को किसी ने झूठे दिलासे से यहां भेज दिया है, आप ने कितना पैसा खर्च किया है?” मैनेजर बोला.
“पैसा? मैं ने तो कोई पैसा खर्च नहीं किया है, एयर टिकट कंपनी ने ही बुक किया था.” क्रिसन बोली.
“क्या कहा? आप को कंपनी ने अपने पैसे से भेजा है? मैडम, तब आप संभल जाइए, जरूर किसी ने आप के साथ साजिश रची है,” यह कहते हुए मैनेजर ने काल डिसकनेक्ट कर दी.
मैनेजर की बातें क्रिसन के सिर पर भारी पत्थर की तरह पड़ी थीं. वह वहीं बैठ गई. सिर पकड़ लिया. मुंह से निकला, ‘साजिश!’
थोड़ी देर शांत बनी रही. वह समझ गई कि किसी ने झूठ बोल कर यहां भेजा है. उसे कोई जाल में फंसाना चाहता है, लेकिन क्यों? अनहोनी की बातें और आशंकित करने वाले सवाल उस के दिमाग में एकदूसरे से टकराने लगे. महसूस हुआ दिमाग से टनटन की निकली आवाज सीधे कानों में समा रही है. वह यह तो समझ ही गई थी कि उस के साथ धोखा हुआ है. दुबई में जिस वेब सीरीज के औडिशन के नाम पर वह यहां आई, वह पूरी तरह झूठ था. वह कुछ खतरनाक लोगों की साजिश का शिकार बन चुकी है.
क्रिसन परेरा इन मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकलने पर विचार करने लगी. भारत से हजारों किलोमीटर दूर खाड़ी देश के एक बिजी एयरपोर्ट पर थी. उस के पास 3 अप्रैल को वापस भारत लौटने का एक एयर टिकट तो था, परंतु अभी सामने खड़ी इस आफत का समाधान निकालना था. परदेस में किस से मदद की उम्मीद रखती.
अभिनेत्री की ट्रौफी में मिली ड्रग्स
सब से पहले उस ने अपनी मां को फोन कर सारी बात बताई. बेटी की बात सुन कर प्रमिला के भी हाथपांव फूल गए. उन्होंने बेटी को सलाह दी कि वह शारजाह एयरपोर्ट के किसी पुलिस या कस्टम अधिकारी से मुंबई लौटने में मदद की गुहार करे.
क्रिसन मां की सलाह मानते हुए शारजाह एयरपोर्ट के एक अधिकारी से मदद के लिए वहां की पुलिस से मिली. तब तक उस के फोन की बैटरी काफी कम बची थी. शारजाह पुलिस से अपनी पूरी समस्या बताई और मदद मांगी. शारजाह की पुलिस उसे कस्टम अधिकारी के पास ले गए. वहां उस के सामान की जांच होने लगी.
सब से पहले उस के थैले से ट्रौफी निकाल कर जांच की शुरुआत हुई. जांच में ट्रौफी संदिग्ध पाई गई. उस के तल को खोला गया. उस के अंदर नशीला पदार्थ 10 ग्राम भांग और 10 ग्राम अफीम की पुडिय़ा पड़ी थी. कस्टम अधिकारियों ने उस पर ड्रग्स स्मगलिंग का आरोप लगा दिया. इस जुर्म में उसे तुरंत गिरफ्तार कर शारजाह की सैंट्रल जेल में डाल दिया गया. उस के लिए ‘आ बैल मुझे मार’ जैसी कहावत चरितार्थ हो गई थी. वह साजिश के तहत बुने जाल में फंस गई थी.
मुंबई के बोरीवली स्थित आवास पर प्रमिला बारबार क्रिसन के मोबाइल पर फोन कर उस के बारे में जानने के लिए बेचैन थीं, लेकिन उन्हें हर बार बेटी का मोबाइल फोन बंद मिला. परेशान प्रमिला ने मुंबई पुलिस से मुलाकात कर सारी बातें बताईं. उस बारे में शिकायत दर्ज करवाई.
मुंबई पुलिस ने भारतीय दूतावास से संपर्क किया. उस के बाद उन्हें औपचारिक ईमेल की मदद से 10 अप्रैल को इस बात की जानकारी मिली कि ड्रग्स स्मगलिंग के केस में उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. शारजाह सैंट्रल जेल में है. क्रिसन के पास से ड्रग्स बरामद हुई थी.
इस बारे में प्रमिला ने टैंलेंट मैनेजर रवि से भी बात की. उस ने भी कहा कि उन की बेटी क्रिसन परेरा शारजाह में गिरफ्तार हो गई है, लेकिन ज्यादा घबराने की जरुरत नहीं है. उसे जेल से बाहर निकाल लिया जाएगा. इस के साथ ही उस ने बताया कि जेल अधिकारियों और विदेशी वकील समेत अदालती खर्च में करीब 80 लाख रुपए लग जाएंगे. प्रमिला उस की बातों में नहीं आई और अपने स्तर से पुलिस से बेटी को बचाने के लिए गुहार लगाई.
क्रमशः