Chhattisgarh News : बड़ेबड़े होटल, पब, क्लब और मसाज सेंटर ड्रग्स के हब बनते जा रहे हैं. नशे के इस कारोबार से छत्तीसगढ़ जैसा राज्य भी पीछे नहीं है. बेरोजगारी से हताश और निराश युवकयुवतियां बड़ी संख्या में नशे की अंधेरी दुनिया में कदम रख चुके हैं. लग्जरी लाइफ की शौकीन नई पीढ़ी पैसों की खातिर सब कुछ करने पर उतारू हो जाती है. इंटीरियर डिजाइनर से ड्रग्स क्वीन बनी 30 वर्षीय नव्या की कहानी भी कुछ ऐसी ही है...
धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ में नशे का कारोबार जिस तेजी से फैल रहा था, यह पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था. प्रदेश के बड़े नगरों में युवकयुवतियां नशे का शिकार हो रहे थे. मीडिया में रोज इस तरह खबरें आ रही थीं. पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर इस कारोबार को अंजाम दिया जा रहा था.
इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए इसी साल अगस्त माह की पहली तारीख को छत्तीसगढ़ पुलिस के आला अधिकारियों की मीटिंग राजधानी रायपुर में आयोजित की गई, जिस में डीजीपी अरुण देव गौतम ने सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा, ''स्टेट में ड्रग्स तसकरी चल रही है और पुलिस हाथ पर हाथ धरे क्यों बैठी है, क्या पंजाब की तरह छत्तीसगढ़ को भी उड़ता छत्तीसगढ़ का तमगा दिलवा कर मोनोगे?’’
''सर, प्रदेश में एक ऐसा सिंडिकेट काम कर रहा है, जिस में वीआईपी और नेताओं से जुड़े लोग ड्रग्स तसकरी में शामिल हैं. हम लोग सबूत जुटाने में लगे हैं. जैसे ही हमें सबूत मिलेंगे, हम ऐसे लोगों को नेस्तनाबूद कर देंगे.’’ रायपुर के आईजी अमरेश मिश्रा ने सफाई देते हुए कहा.