UP Crime News : संगीता 3 बच्चों की मां थी, लेकिन पति के दोस्त रोहित से प्रेम कर बैठी. ये प्रेम इतना गलत नहीं था, जितना रोहित का संगीता को अपने 2 दोस्तों को उपहार में देने की कोशिश करना. इस के बाद संगीता के साथ जो हुआ, वो हर औरत को याद रखना चाहिए.

20 मार्च, 2025 की रात 8 बजे रोहित वाल्मीकि 2 साथियों के साथ झांसी के लक्ष्मी गेट बाहर मोहल्ला में रहने वाली अपनी प्रेमिका संगीता के घर पहुंचा. रोहित ने दरवाजा थपथपाया तो कुछ पल बाद संगीता ने दरवाजा खोला. सामने रोहित को देख कर संगीता का चेहरा खिल उठा. वह बड़ी अदा से बोली, ''बड़ी देर कर दी रोहित. कब से मैं तुम्हरा इंतजार कर रही थी. खैर, कोई बात नहीं, अंदर आओ.’’

रोहित व उस के दोनों साथी घर के अंदर पहुंचे और आंगन में बिछी चटाई पर जा कर बैठ गए. रोहित ने दाएंबाएं नजर दौड़ाई फिर पूछा, ''संगीता, रविंद्र भाई नजर नहीं आ रहे. क्या वह गला तर करने ठेके पर गए है?’’

''जेब गरम होती तो शायद चले भी जाते, लेकिन जेब खाली है तो कमरे में पड़े हैं. कई बार वह भी पूछ चुके हैं कि रोहित नहीं आया?’’

इस के बाद संगीता ने आवाज लगाई तो उस का पति रविंद्र कमरे से बाहर आ गया और रोहित को देख कर बोला, ''आ गए भाई. बड़ी देर से तुम्हारा ही इंतजार कर रहा था. दारू के बिना गला सूख रहा था.’’

''रविंद्र भाई, अब इंतजार की घड़ी खत्म. छक कर दारू पियो और सब कुछ भुला दो. आज मैं एक नहीं, 4 बोतलें ले कर आया हूं.’’ कहते हुए रोहित ने शराब की 4 बोतलें व नमकीन झोले से निकाल कर सामने रख दी. शराब देख कर रविंद्र व संगीता की जीभ लपलपाने लगी.

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