Bihar News: बिहार में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि थानाप्रभारी संजय तिवारी ने एक बाइक पर बिना हेलमेट लगाए बैठे युवकों को रोक कर गाड़ी के कागज दिखाने को कहा तो उन्होंने दिनदहाड़े थानाप्रभारी को गोलियों से भून डाला. बिहार के छपरा जिले में एक थाना है इसुआपुर. यह थाना जिला मुख्यालय से करीब 28 किलोमीटर दूर है. पिछले दिनों इस थाने के प्रभारी के साथ एक ऐसी घटना घटी कि देश भर के लोगों की जुबान पर इस थाने का नाम आ गया. बात 22 दिसंबर, 2014 की है. इसुआपुर के थानाप्रभारी संजय तिवारी अपने औफिस में बैठे हुए थे, तभी उन के एक खास मुखबिर ने सूचना दी कि कुछ बदमाश आज स्टेट बैंक की कैश वैन को लूटने की योजना बना रहे हैं.
मुखबिर ने बताया कि जिला मुख्यालय स्थित स्टेट बैंक की मेन ब्रांच से कैश वैन जब इसुआपुर शाखा के लिए रवाना होगी तभी बदमाश रास्ते में कहीं मौका देख कर लूट की योजना को अंजाम देंगे. यह भी हो सकता है कि बदमाश इसुआपुर की शाखा से मेन ब्रांच को कैश ले जाने वाली कैश वैन को निशाना बना लें. यह सूचना थानाप्रभारी संजय तिवारी के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण थी. उन्होंने घड़ी पर नजर डाली उस समय दोपहर का एक बज चुका था.
आज भी बिहार के अनेक थाने ऐसे हैं जहां सरकारी वाहन तक नहीं है. इसुआपुर थाना भी उन्हीं में से एक है. इस थाने में सरकारी वाहन की कमी तो है ही साथ ही पर्याप्त संख्या में पुलिस स्टाफ भी नहीं है. थानाप्रभारी को जब कहीं किसी बड़े मिशन को अंजाम देने या छापे आदि के लिए जाना होता तब वह किसी प्राइवेट वाहन का इंतजाम कर के जाते थे. सूचना मिलने के बाद वह संजय तिवारी सोच रहे थे कि उन के थाना क्षेत्र में बदमाश वारदात को कहां अंजाम दे सकते हैं और उन्हें कहां पर घेरा जा सकता है? वह इसी उधेड़बुन में थे कि तभी उन के मोबाइल की घंटी बजी. स्क्रीन पर देखा तो पता चला कि वह नंबर डा. बी.के. सिंह का था. डा. बी.के. सिंह का इसुआपुर बाजार में एक नर्सिंग होम है. इस के अलावा वह एक पेट्रोल पंप के मालिक भी हैं.






