Haryana News: अपनी सर्विस रिवौल्वर से खुद को गोली मारने वाले हरियाणा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडिशनल डीजीपी) वाई. पूरन कुमार की जेब से मिले 9 पन्नों के सुसाइड नोट में दरजन भर से अधिक आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के नाम मिले. फिर क्या था, प्रदेश के पुलिस महकमे से ले कर सरकार तक में हड़कंप मच गया. जैसेजैसे जांच आगे बढ़ी, वैसेवैसे भ्रष्टाचार, जातीय भेदभाव और प्रमोशन में गड़बडिय़ों की परतें ऐसे उधड़ती चली गईं कि...

हरियाणा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) वाई. पूरन कुमार 29 सितंबर, 2025 से तबादले के बाद से छुट्टी पर चल रहे थे. मन क्षुब्ध था. बीते कुछ दिनों से दिमाग में कई बातें चल रही थीं. कुछ विभागीय काम को ले कर दबाव का तनाव था, मन बोझिल हुए जा रहा था तो वह अकेलापन भी महसूस कर रहे थे. चंडीगढ़ के सेक्टर 11 में उन के आवास पर परिवार के अधिकतर सदस्य अपनेअपने काम में व्यस्त थे. यहां तक कि आईएएस पत्नी अमनीत की भी अपनी अलग व्यस्तता थी.

अमनीत पी. कुमार हरियाणा सरकार में विदेश सहयोग विभाग में आयुक्त और सचिव के पद पर तैनात हैं. वह मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ जापान दौरे पर गई हुई थीं. परिवार के सदस्यों में 2 बेटियां हैं. बड़ी बेटी पढ़ाई के सिलसिले में विदेश में थी, जबकि छोटी बेटी चंडीगढ़ में पढ़ाई कर रही है. कहने को घर में शांति का माहौल था, लेकिन पूरन कुमार के दिलोदिमाग में खलबली मची हुई थी. ऐसा लगता था जैसे वह अपने मन में दबी बातें किसी को बताना चाहते हों, लेकिन बता नहीं पा रहे हों. वह भीतर ही भीतर घुटेघुटे से थे. उन की यह स्थिति तभी से बन गई थी, जब उन्हें 29 सितंबर, 2025 को पुलिस ट्रेनिंग कालेज सुनारिया, रोहतक में पोस्टिंग दी गई थी. वह वहां जौइन करने के बजाय अवकाश पर चले गए थे.

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