Delhi News: फिल्म 'स्पैशल 26’ की तर्ज पर दिल्ली के एक प्रौपर्टी डीलर के औफिस में 7 लोगों की फरजी सीबीआई टीम ने छापा मार कर ढाई करोड़ रुपए लूट लिए. आखिर कौन थे ये लोग और उन्होंने कैसे बनाया इस बड़ी लूट का फुलप्रूफ प्लान?
कुरसी पर बैठेबैठे कब 30 वर्षीय पपोरी बरुआ की आंख लग गई, उसे पता ही नहीं चला. काफी देर तक वह कुरसी की पुश्त से लगी सोती रही. जब रामसिंह राणा वहां आया तो उसे बरुआ सोती हुई मिली. राणा ने बुरा सा मुंह बनाया और बड़बड़ाया, 'एक तो कामधंधा नहीं है और यह है कि यहां सो कर सुस्ती फैला रही है.’
राणा ने बरुआ की बांह पकड़ कर झिंझोड़ा, ''मैडम, यहां क्या सोने के लिए आई हो, उठो!’’
बरुआ हड़बड़ा कर उठी और आंखें मलती हुई राणा को घूरने लगी.
''मुझे क्यों देख रही हो इस तरह?’’ राणा आंखें तरेर कर बोला, ''यह औफिस है, घर नहीं है, जहां लंबी तान कर सोया जाता है.’’
''इस समय संस्था में कोई काम है नहीं, बैठेबैठे बोरियत होती है और मन भी परेशान होता है, इसलिए नींद आएगी ही.’’ बरुआ ने अंगड़ाई ली.
दोनों हाथ उठा कर बोली, ''आप ने कुछ सोचा काम के बारे में!’’
''हां! चाय मंगवाओ और बिसकुट भी, फिर बताता हूं.’’
बरुआ कुरसी पर सीधी हो कर बैठ गई. उस ने मेज पर रखे टेलीफोन पर चाय वाले का नंबर मिला कर चाय और बिसकुट का और्डर दे दिया. राणा अब तक उस के सामने बैठ गया था. बरुआ ने उस के चेहरे पर नजरें जमा दीं. किंतु राणा कुछ बोला नहीं.






