लेखक - एडवोकेट बलदेव राय, Crime Story in Hindi: चश्मदीद गवाह तो था ही, पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया था. हत्यारे ने भी अपराध स्वीकार कर लिया था. तब वकील ने ऐसी कौन सी चाल चली कि सब कुछ झूठा हो गया और एक निर्दोष सजा पाने से बच गया. शा म 4 बजे के आसपास मैं सारी फाइलें समेट कर घर जाने की तैयारी कर रहा था कि मेरे परम मित्र वकील विनोद जिंदल ने मेरा रास्ता रोक लिया. मैं कुछ पूछता, उस के पहले ही उन्होंने कहा, ‘‘तुम्हें पता है या नहीं, सुनील सक्सेना का कत्ल हो गया है?’’

विनोद की यह बात सुन कर मैं अवाक रह गया, ‘‘कब और कैसे, उन्हें किस ने मार दिया?’’
विनोद और मैं सालों से दोस्त थे. एक ही जगह वकालत करते थे, इसलिए एक ही केबिन में बैठते थे. लगभग हर मुकदमे पर खुल कर बहस भी करते थे. यही वजह थी कि सक्सेना के कत्ल की सूचना मिलते ही विनोद जिंदल मुझे बताने चले आए थे. सुनील सक्सेना की मौत हमारे लिए गहरा आघात थी. हम दोनों उन्हें वर्षों से जानते थे. बेहद सीधेसादे सक्सेना साहब वर्षों पहले अकेले पड़ गए थे. एकलौता बेटा अमेरिका चला गया था तो पत्नी की मौत हो चुकी थी. सक्सेना साहब करोड़ों की संपत्ति के मालिक थे. यहां उन का उत्तराधिकारी कोई नहीं था. चूंकि मैं उन का पड़ोसी था, इसलिए उन की मौत ने मुझे हिला कर रख दिया था.
विनोद जिंदल और मैं ने पुलिस स्टेशन से संपर्क किया तो पता चला कि हत्यारा मौकाएवारदात पर ही पकड़ लिया गया था. यह जान कर हमें थोड़ी राहत महसूस हुई कि चलो हत्यारा पकड़ा गया है. मगर अगले ही पल हमारी खुशी हैरानी में बदल गई, क्योंकि सुनील सक्सेना की हत्या के आरोप में जिस मदन भाटिया को गिरफ्तार किया गया था, वह गूंगाबहरा था. वह भी हमारे मोहल्ले में ही रहता था. मोहल्ले का होने की वजह से हम मदन भाटिया को भी जानते थे. वह जन्मजात गूंगाबहरा नहीं था. एक हादसे में उस के बोलने और सुनने की शक्ति चली गई थी. उस के पिता की अनाज मंडी में काफी बड़ी आढ़त थी. पैसे वाले लोग थे. मोहल्ले में उन की गिनती इज्जतदार लोगों में होती थी. मदन गूंगा और बहरा था. इसलिए हत्या की वजह समझ में नहीं आ रही थी.


 
 
 
            



 
                
                
                
                
                
                
                
                
               
 
                
                
                
               
